सोनीपत, 1 मई (हप्र)
निजी अस्पताल में व्यवस्था जांचने के लिए नोडल अधिकारी बनाये आईटीआई के प्रिंसीपल विक्रम सिंह की कोरोना संक्रमित चाची को वेंटीलेटर खाली होने के बावजूद भर्ती नहीं करने के मामले में डीसी ने अस्पताल के खिलाफ मजिस्ट्रेट जांच शुरू करा दी है। जांच का जिम्मा एसडीएम शिश वसुंधरा व सीएमओ डाॅ. जेएस पुनिया को दिया गया है। रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
नोडल अधिकारी का कहना था कि अस्पताल प्रबंधक ने उनसे गैस सिलेंडर भरवाने को कहा, तो उन्होंने सिलेंडर भरवा दिए। इसके बाद प्रबंधक ने ऑक्सीजन के 150 सिलेंडर दिलाने की शर्त रख दी। जब वह शर्त पूरी नहीं कर पाए तो उनकी चाची को भर्ती करने से मना कर दिया। आरोप है कि इसी दौरान तड़प-तड़प कर उनकी चाची की मौत हो गई। उन्होंने डाॅक्टर पर सही डिग्री नहीं होने का आरोप लगाया।
इस बारे में डीसी श्यामलाल पूनिया ने कहा कि उनके पास निजी अस्पताल में वेंटीलेटर होने के बावजूद भर्ती नहीं करने के कारण कोरोना संक्रमित की मौत की शिकायत सामने आई थी। अस्पताल पर यह भी आरोप था कि उनसे सिलेंडर की मांग की गई है और डाॅक्टर की डिग्री व अन्य कागजों पर भी सवाल उठाए गए थे। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बुजुर्ग की मौत पर डाॅक्टर को पीटा, 2 गिरफ्तार
रेवाड़ी (निस) : पुष्पांजलि अस्पताल में शुक्रवार शाम को कोरोना संक्रमित एक बुजुर्ग की मौत पर उसके परिजन भड़क गए और उन्होंने डाॅक्टर की पिटाई कर दी। मॉडल टाउन पुलिस ने इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार, पुष्पांजलि अस्पताल के चिकित्सक डाॅ. सुरेश यादव ने पुलिस को बताया कि वह और उसकी टीम कोरोना संक्रमित 60 वर्षीय देवेन्द्र सिंह का इलाज कर रही थी। उसकी हालत के बारे में वे परिजनों को सूचित भी करते रहे। शुक्रवार को अचानक देवेन्द्र की हालात खराब हो गई और उन्हें मशीन की सपोर्ट पर रख लिया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। डॉ़ सुरेश यादव ने बताया कि जब उन्होंने देवेन्द्र के परिजनों को उनकी मौत की सूचना दी तो वे भड़क गए और उसके साथ मारपीट शुरू कर दी और उसे जान से मारने की धमकी भी दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर मरीज के परिजन मोहल्ला नई बस्ती निवासी सरबजीत सिंह व गौतम नगर निवासी गुरविन्द्र को गिरफ्तार कर लिया।