देशपाल सौरोत/हप्र
पलवल, 4 जनवरी
तीन कानूनों को वापस लेने और एमएसपी पर कानून बनाने की मांग को लेकर पलवल में केजीपी-केएमपी चौक स्थित नेशनल हाईवे पर चल रहा किसानों का धरना सोमवार को लगातार 33वें दिन भी जारी रहा। सोमवार को दिनभर खराब मौसम के चलते भी किसान धरना स्थल पर डटे रहे और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही पिछले 15 दिनों से 24 घंटे की क्रमिक भूख-हड़ताल आज भी जारी रही, जिसमें प्रतिदिन 11 किसान बैठते हैं। पिछले दो दिनों से हो रही बरसात के बाद भी किसानों के हौसले बुलंद है और वो इस हाड़कंपाने वाली ठंड में भी अपनी मांगों को लेकर धरने पर जमे हुए हैं। किसानों का कहना है कि जब तक सरकार इन काले कानूनों को वापस नहीं ले लेती है तब उनका आंदोलन लारी रहेगा।

पलवल में चल रहे किसानों के धरने में शामिल 65 वर्षीय किसान सुरेंद्र सिंह सिद्धू की ठंड लगने से उपचार के दौरान दिल्ली स्थित अस्पताल में मौत हो गई। जिनका अंतिम संस्कार सोमवार को उनके पैतृक गांव मायना जिला गवालियर (एमपी) में किया गया। सोमवार को धरनास्थल पर राष्ट्रवादी विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय सचिव रतन सिंह सौरोत, किसान संघर्ष समिति के मास्टर महेन्द्र सिंह चौहान, किसान नेता रवि तेवतिया ने कहा सरकार के साथ हुई कई दौर की वार्ता के बाद भी उन्हें कोई संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं मिला और फिर से एक बार सरकार के साथ होने वाली बातचीत का वो खुले दिल से स्वागत करते हैं, लेकिन अगर सरकार अब भी अपनी हठधर्मिता पर अड़ी रहती है तो आने वाले दिनों में इस आंदोलन को तेज गति देकर और मजबूत किया जाएगा।
भूख हड़ताल पर बैठे 11 किसान
15वें दिन की क्रमिक भूख हड़ताल में किसान रमेश चंद सौरोत, रूपराम तेवतिया, दरयाव सिंह सौरोत, तारा चंद डागर, डिगम्बर सिंह तेवतिया, देवरतन तेवतिया, जोगेंद्र सिंह, होशियार सिंह, राजकुमार, जसवंत व कमल सिंह शामिल रहे।