‘मानवता को आगे बढ़ने की राह दिखाते हैं भगवान राम के गुण’
यमुनानगर, 5 अप्रैल (हप्र)
श्रीरामनवमी पावन पर्व की पूर्व संध्या पर केंद्रीय सनातन धर्म सभा उत्तरी भारत के अध्यक्ष शिव प्रताप बजाज ने पत्रकारों के साथ भगवान श्री राम जी के प्रति अपनी अगाध श्रद्धा सांझा करते हुए कहा कि प्रभु श्रीराम जी महाराज वैश्विक स्तर पर मानव हृदय में समाहित होते चले गए हैं। उनके प्रति विश्व में भक्ति, प्रेम और समर्पण के भाव भौगोलिक समेत हर स्तर पर पूजनीय हैं। उन्होंने कहा कि श्री वाल्मीकि रामायण जिसे सबसे प्राचीन एवं एक प्रामाणिक ग्रंथ माना जाता है इनमें प्रभु श्री राम जी का चरित्र वर्णन ऐसा है कि जब वह पुत्र होते हैं तो अतुल्य होते हैं और यह दशरथ नंदन अपने माता-पिता के प्राण होते हैं। उन्होंने कहा कि जब भगवान शिष्य होते हैं तो बालक राम अपने गुरुओं का गर्व होते हैं जब भाई होते हैं तो भ्राता राम प्रेम और त्याग की मूर्ति होते हैं। जब पति होते हैं तो एक पतिव्रता धारण करने वाले अपनी पत्नी को पूर्णतया समर्पित आदर्श पति हैं जब राजा होते हैं तो राजा राम युगो युगो तक राम राज्य की स्थापना करते हैं। बजाज ने कहा कि आज के समय में जब भ्रष्टाचार, स्वार्थ प्राणयता,अनैतिकता समाज में हावी हैं, प्रभु श्रीराम के द्वारा बताए यह गुण हमें मानवता को बढ़ाने की निश्चित राह दिखाते हैं।