प्रदीप साहू/ निस
चरखी दादरी, 29 मई
पहलवानी के लिए मशहूर गांव बलाली के लोगों में गुस्सा है। गांव की चैंपियन बेटियाें विनेश व संगीता फोगाट और अन्य कुश्ती खिलाड़ियों पर दिल्ली में प्रदर्शन के दौरान की गयी सख्ती से नाराज ग्रामीणों का कहना है कि ये पूरे देश की बेटियां हैं और उन्हें न्याय दिलाने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं।
दिल्ली में हुई घटना के एक दिन बाद सोमवार को दैनिक ट्रिब्यून ने बलाली पहुंचकर जायजा लिया। गांव पहुंचते ही खासकर महिलाओं ने घटना की कड़े शब्दों में निंदा की। गांव की सुनीता, मुन्नी, मीना देवी और सुमन ने कहा कि बेटियां मेडल लाती हैं तो सरकार सराहना करती है, उनके साथ यौन शोषण होता है तो सरकार आंखें बंद करके बेटियों पर अत्याचार करवाती है।
गांव के मुख्य चौक पर दिलावर सिंह, जयभगवान और अमित ने कहा, म्हारी बेटियां फोगाट परिवार ही नहीं, बल्कि पूरे देश की बेटियां हैं। इनके साथ गलत हुआ। ये सच्चाई की लड़ाई लड़ रही हैं। बेटियों के साथ दिल्ली में जो हुआ उसका बदला लेंगे।
अखाड़े में प्रेक्टिस कर रहीं जूनियर रेसलर भूमि, शीतल व अंजलि ने कहा कि महिला खिलाड़ियों पर क्या गुजर रही है, सरकार क्या जाने। कुछ महिला जूनियर पहलवान तो ऐसी घटना के बाद से कुश्ती छोड़ गईं। अगर सीनियर के साथ ऐसा होता है तो जूनियर के साथ क्या होगा।
मां हुईं भावुक : फोगाट बहनों की मां दयाकौर ने भावुक होते हुए कहा कि शेरनी बेटियां पैदा की हैं, इज्जत तार-तार नहीं होने देंगे। उनकी जीत होगी और वे दूध की लाज राखैंगी। उन्हाेंने कहा कि बेटियों को मजबूर होकर धरने पर बैठना पड़ा है। उनके साथ दिल्ली में हुई घटना के बाद काफी दुखी हूं, लेकिन बेटियों की जीत होगी और अहंकार खत्म होगा।
जनता सबक सिखाएगी : द्रोणाचार्य अवार्डी व फोगाट बहनों के पिता महाबीर फोगाट बोले, बेटियां देश की हैं। सरकार को देश की जनता सबक सिखाएगी। तंबू उखड़वाने से यह लड़ाई खत्म नहीं होगी, देश की जनता दोबारा सड़कों पर आएगी और बृजभूषण को जेल पहुंचाएगी। खिलाड़ी दोबारा धरना देंगे।