सीवन (निस) : पिछले कई दिनों से पड़ रही कड़ाके की सर्दी से जन जीवन प्रभावित हो रहा है। तापमान छह डिग्री से भी कम दर्ज किया जा रहा है। इस सर्दी में खाद पदार्थों की डिमांड भी काफी बढ़ रही है। पूरा दिन आसमान में बादल छाये रहे। पिछले सप्ताह ओलावृष्टि हुई बरसात हुई थी, इससे लगातार ठंड बढ़ रही है कई दिनों से सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए हैं। इससे लोग ठंड में ठिठुरने को मजबूर हैं। ठंड के कारण दुकानों पर ग्राहक नही आते। दुकानदार भी या तो अलाव जलाकर ठंड से बचते नजर आते हैं या फिर दुबककर दुकान में ही बैठे रहते है। अभिषेक मेहता, विक्की आहुजा, साहिल आनंद, राजेश मित्तल, बलदेव सिंह, ज्ञान सिंह ने बताया कि कई दिन से ठंड बहुत अधिक पड़ रही है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।