कैथल, 25 अगस्त (हप्र)
आरकेएसडी कॉलेज कैथल में स्नातकोत्तर कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए चन्द्रयान मिशन-3 एवं इसके उद्देश्य विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। प्राचार्य डॉ संजय गोयल ने इसमें मुख्य वक्तव्य दिया। डॉ गोयल ने भारत के परमाणु कार्यक्रम के इतिहास को स्पष्ट करते हुए बताया कि अन्तरिक्ष कार्यक्रम इसी का हिस्सा था। होमी जहांगीर भाभा, विक्रम साराभाई, सतीश धवन एवं एपीजे अब्दुल कलाम जैसे वैज्ञानिकों की बदौलत भारत इस मुकाम पर पहुंचा है। उन्होंने भारत के चन्द्रयान मिशन को विशिष्ट बताते हुए इसके विभिन्न उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। इसरो के गठन, विभिन्न प्रकोष्ठ एवं इसके भावी कार्यक्रमों को स्पष्ट करते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को आह्वान किया कि वे भारत के नये उभरते स्वरूप में योगदान देने के लिए तैयार होना चाहिए। इससे पहले अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष डॉ राजबीर पाराशर ने प्राचार्य डॉ संजय गोयल का स्वागत करते हुए इस विषय को सार रूप में रखा। उन्होंने कहरा कि यह विषय अंतर्विषयक महत्व का है। डॉ विकास भारद्वाज ने मंच संचालन किया। प्रो. श्रीओम ने धन्यवाद प्रस्ताव पढ़ा।
गणित विभागाध्यक्ष डॉ सत्यबीर मैहला, हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ आरपी मौन, डॉ अनिल नरूला, डॉ सुशील गुप्ता एवं विभिन्न विभागों के प्राध्यापक उपस्थित रहे।