कांग्रेस छोड़ चुके नेता पार्टी से निष्कासित, सात पर कार्रवाई
शहरी स्थानीय निकाय चुनावों के दौरान कांग्रेस के कई नेता भाजपा ज्वाइन कर चुके हैं। अब कांग्रेस ने ‘दिखावी एक्शन’ करते हुए सात नेताओं को छह वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। हालांकि निष्कासित किए गए नेताओं में रादौर के पूर्व विधायक बिशन लाल सैनी का नाम नहीं है। बिशन लाल सैनी भी कांग्रेस छोड़कर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अगुवाई में भाजपा ज्वाइन कर चुके हैं। करनाल से दो मुख्यमंत्रियों पहले मनोहर लाल खट्टर और फिर नायब सिंह सैनी के खिलाफ कांग्रेस की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके सरदार तरलोचन सिंह को छह वर्षों के लिए निष्कासित किया गया है। तरलोचन सिंह ने अब भाजपा ज्वाइन कर ली है।
इसी तरह से करनाल के पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक खुराना, पार्टी की नॉर्थ जोन की कमेटी के सदस्य प्रदीप चौधरी, यमुनानगर में यूथ कांग्रेस की जिलाध्यक्ष रहीं मधु चौधरी, हिसार से रामनिवास राड़ा, पार्टी के एससी विभाग के प्रदेश महासचिव हरविंद्र ‘लवली’ तथा पीपीपी डेलीगेट रामकिशन सैन को छह वर्षों के लिए निष्कासित किया गया है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद से विचार-विमर्श के बाद प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान ने यह कार्रवाई की है। हिसार से कांग्रेस टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके रामनिवास राड़ा भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं। राड़ा की गिनती पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा के करीबियों में होती है। हालांकि इसमें उन नेताओं के नाम शामिल नहीं हैं, जो भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में विभिन्न वार्डों में अपना नामांकन-पत्र वापस ले चुके हैं। माना जा रहा है कि अब निकाय चुनावों के बाद ही प्रदेश प्रभारी कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक करेंगे ताकि आगे की रणनीति तय की जा सके।