चंडीगढ़, 1 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
इनेलो के प्रधान महासचिव एवं विधायक अभय चौटाला ने जननायक जनता पार्टी (जजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ़ अजय सिंह चौटाला के खिलाफ मोर्चा खोला है। किसानों के मुद्दे पर जजपा व इसके नेताओं को घेरते हुए अभय ने कहा, ‘मेरे लिए कौम पहले है, राजनीति बाद में’। बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में अभय ने कहा कि केंद्र सरकार के कृषि से जुड़े तीनों कानूनों का इनेलो पूरी तरह से विरोध करेगा। अभय ने कहा कि खुद को किसान हितैषी कहने वाले नेताओं को इस्तीफा देकर किसानों की लड़ाई में शामिल होना चाहिए। ऐसे नेता भाजपा में हों, जजपा में हों या फिर निर्दलीय, उन सभी को सबसे पहले इस्तीफा देना चाहिए।
अजय चौटाला पर हमला बोलते हुए अभय ने कहा, ‘अजय सिंह सरकार के साथ नहीं हैं, बल्कि कुर्सी के साथ हैं। उन्होंने न केवल चौ़ देवीलाल की नीतियों को गिरवी रख दिया है बल्कि उनकी आत्मा को भी ठेस पहुंचाई है’। डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला द्वारा नॉन-सीरियस नेता कहे जाने से जुड़े सवाल पर अभय ने कहा, ‘अगर दुष्यंत मुझे सीरियस पॉलिटिशियन मान लेता तो आज उनकी ऐसी दुर्गति नहीं होती बल्कि उनका सम्मान होता’। अभय ने कहा, ‘मैं जब विपक्ष का नेता था तो इनेलो को ऐसी जगह पर लाकर खड़ा कर दिया था कि आम लोग भी कहने लगे थे कि 2019 में इनेलो का राज बनेगा’। अभय ने कहा कि दुष्यंत पूरी तरह से भाजपा की गोद में बैठ चुके हैं और उन्हें किसानों या प्रदेश के हितों से अब कोई सरोकार नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि देश में जितने भी किसान संगठन हैं, उन सभी को चिट्ठी लिखी जाएगी। किसान संगठन और नेता किसी भी पार्टी से संबंध रखते हों, इस समय सभी को राजनीति से ऊपर उठकर किसानों की इस लड़ाई में साथ आना चाहिए। इसी सिलसिले में इनेलो ने 8 जिलों में डीसी को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर आग्रह किया है कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानून पर पुनर्विचार करे।