जागरूकता की कमी, अधिक शराब, धूम्रपान से होता है सर्विकल कैंसर
पुलिस डीएवी पब्लिक स्कूल में रोटरी क्लब ऑफ अम्बाला एवं अम्बाला छावनी के सहयोग से कैंसर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली से डॉ. श्वेता तहलान ने इस कार्यक्रम में शिरक़त की। उन्होंने कैंसर नामक बीमारी के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि भारत के महिलाओं में होने वाला सबसे आम कैंसर सर्विकल कैंसर है। सर्विकल कैंसर का बचाव और इलाज दोनों हो सकता है। इसके प्रति महिलाओं में जागरूकता कम होने की वजह से उनका समय पर इलाज नहीं हो पाता है। सर्विकल कैंसर गर्भाशय-यूट्रस के सबसे नीचे के भाग का घातक ट्यूमर होता है, जो गर्भाशय के निचले भाग से शुरू होता है। ज्यादातर सर्विकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस के संक्रमण के कारण होता है। इसके अन्य कारण अधिक शराब पीना, धूम्रपान करना तथा गुटखा तम्बाकू आदि का अधिक सेवन करना भी है।
उन्होंने बताया कि सर्विकल कैंसर के शुरुआती दौर में कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। समय के साथ जैसे-जैसे यह गंभीर होने लगता है, इसके लक्षण दिखने लगते हैं। जैसे पैर में सूजन होना, अनियमित पीरियड्स आना, यूरीन पास करने में परेशानी होना, वजन कम हो जाना, भूख में कमी, बेवजह थकान लगना, हड्डियों में दर्द होना आदि। उनके अनुसार सर्विकल कैंसर का उपचार संभव है। यदि पहले सर्विकल कैंसर के लक्षणों का पता चल जाता है तो इसका इलाज किया जा सकता है। सर्विकल कैंसर को हटाने के लिए सर्जरी की जा सकती है। कीमोथेरेपी से शरीर में मौजूद कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने के लिए दवाओं का प्रयोग किया जाता है।
सर्विकल कैंसर को एचपीवी वैक्सीनेशन और आधुनिक स्क्रीनिंग टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके भी रोका जा सकता है। इसकी वैक्सीन 9 से 26 साल की लड़कियों के लिए उपलब्ध है। पैप स्मीयर टेस्ट और एचपीवी स्क्रीनिंग के साथ सर्विकल स्क्रीनिंग सर्विकल कैंसर की रोकथाम के लिए बहुत जरूरी है। वैक्सीनेशन और अपने लाइफस्टाइल में बदलाव कर के इस बीमारी से बचाव किया जा सकता है। वैक्सीनेशन सर्विकल कैंसर से 70 से 80 प्रतिशत बचाव कर सकता है।
स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. विकास कोहली ने सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर रोटरी क्लब के प्रेजिडेंट डा. संजीव गोयल व सेक्रेटरी अंकुश गुप्ता विशेष रूप से उपस्थित थे।