बल्लभगढ़, 18 मई (निस)
कोरोना संक्रमण के कारण हरियाणा रोडवेज में बसों की संख्या आधी कर दी गई है ताकि संक्रमण न फैल सके। हरियाणा रोडवेज के इस नियम का अवैध बस संचालक खूब लाभ उठा रहे है। नेशनल हाईवे पर चल रही ये बसें बसों में सवारी ठूंस-ठूंसकर भरने के बाद पुलिस चौकी के सामने से बेखौफ गुजर रही है। लेकिन प्रशासन इन बसों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
हरियाणा रोडवेज ने यूपी और उत्तराखंड की ओर जाने वाली बसों को बंद कर दिया है। ऐसे में अवैध रूप से चलने वाली बसों ने कमान संभाल ली है। बल्लभगढ़ बस अड्डे के सामने से प्रतिदिन 70 से अधिक बसें अलीगढ़, आगरा, मथुरा के लिए सवारियां भरकर दौड़ रही हैं। इन बसों में सामाजिक दूरी का बिल्कुल भी पालन नहीं किया जा रहा है। यहां तक की बस की छतों पर भी यात्री सफर कर रहे हैं। रोडवेज की बसें बस अड्डे के बाहर से सवारियां नहीं ले रही हैं जिसका फायदा अवैध बस संचालक आराम से उठा रहे हैं। इन बसों के चलते रोडवेज के घाटे की खाई और गहरी हो रही है।
अलीगढ़, आगरा, मथुरा की ओर जाने वाली हरियाणा रोडवेज की बसें बंद हैं। अवैध से चलने वाली ये बसें प्रतिदिन सुबह होते ही बस अड्डे के सामने या फिर आदर्श सब्जी मंडी के आसपास आकर खड़ी हो जाती हैं। इसके बाद इन बसों के कंडक्टर यात्रियों को आवाज लगाकर बसों में बैठाते हैं। बस ड्राइवर व कंडक्टर बस को तभी रूट पर चलाते हैं, जब बस पूरी तरह भर जाती है। कई बार तो बसों की छत तक पर भी यात्री बैठ जाते हैं, जिनके खिलाफ प्रशासन की ओर से कोई भी कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। ये बसें बल्लभगढ़ बस स्टैंड चौकी के सामने लगे नाके से आराम से गुजरती हैं। पुलिस कर्मी इन बसों को रोकने की बजाए अपना चेहरा घुमा लेते हैं।
झगड़े पर उतारू हो जाते हैं संचालक
हरियाणा रोडवेज के अधिकारी इन बसों को रोकने का प्रयास करते हैं तो, बस संचालक झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। इन बसों पर कार्रवाई करने का अधिकार डीटीओ के पास है, मगर कोई भी अधिकारी रोड पर नहीं आता है। इसी कारण यह निजी बसें बिना किसी खौफ के बल्लभगढ़-आगरा रूट पर चल रही हैं। कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ने के बावजूद निजी बस संचालक पैसा कमाने में लगे हुए हैं। सैनिटाइजिंग से बस ड्राइवर व कंडक्टर को कोई मतलब नहीं है।
नहीं हो पा रही कार्रवाई : डीटीओ
डीटीओ जितेंद्र कुमार ने बताया कि विभाग के सभी कर्मचारी कोविड ड्यूटी में लगे हैं। इसलिए अवैध रूप से चलने वाली बसों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही है।