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हिसार संसदीय सीट पर रहा जींद का दबदबा, 9 नेता बन चुके सांसद

1977 से 2019 तक बने कुल 13 सांसदों में से 4 ही जींद से बाहर के
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रणजीत सिंह, नैना चौटाला, सुनैना चौटाला
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जसमेर मलिक/हप्र

जींद, 25 अप्रैल

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हिसार संसदीय क्षेत्र में जींद जिले का वर्चस्व रहा है। मौजूदा सोनीपत पार्लियामेंट में जींद जिले के तीन हलके शामिल होने के बावजूद सोनीपत से बनने वाले सांसदों में जींद जिले के नेताओं का नंबर नहीं पड़ा। वहीं, हिसार पार्लियामेंट में 1977 से 2019 तक बने कुल 13 सांसदों में से 9 जींद जिले से संबंधित रहे। इस बार के लोकसभा चुनावों में यह भी पहला मौका है जब सिरसा जिले के तीन उम्मीदवार चुनावी रण में हैं। तीनों ही प्रमुख पार्टियों ने एक ही परिवार के चेहरों पर दांव लगाया है।

25 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव में हिसार संसदीय क्षेत्र से अब तक जो प्रत्याशी मैदान में आए हैं, वह सभी पुराने हिसार और नए सिरसा जिले से हैं। इस संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस टिकट के लिए लड़ाई जींद जिले के पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश उर्फ जेपी लड़ रहे हैं। इनमें से कोई कांग्रेस टिकट लेने में सफल रहता है, तो फिर हिसार में लड़ाई सिरसा बनाम जींद की होगी, और यह मुकाबला सबसे दिलचस्प होगा।

जींद, हिसार और भिवानी तीन जिलों में फैले हिसार संसदीय क्षेत्र में जींद जिले की तूती बोलने का सिलसिला 1977 से शुरू हुआ था, जब जनता पार्टी की टिकट पर जींद जिले के डूमरखां कलां गांव के इंद्र सिंह श्योकंद यहां से सांसद बने थे। 1980 के लोकसभा चुनाव को छोड़ दिया जाए तो 1977 से 2004 तक हिसार के सभी सांसद जींद जिले से रहे। इनमें 1984 में जींद के चौधरी बीरेंद्र सिंह, 1989 में जींद के जयप्रकाश उर्फ जेपी और 1991 में जींद के मास्टर नारायण सिंह सांसद बने।

इसके बाद 1996 में जींद के जयप्रकाश उर्फ जेपी, 1998 और 1999 में जींद के सुरेंद्र बरवाला, 2004 में जींद के जयप्रकाश उर्फ जेपी हिसार से लोकसभा में पहुंचे। 2019 में जींद के डूमरखां कलां गांव के बृजेंद्र सिंह हिसार से भाजपा टिकट पर सांसद चुने गए थे। इस दौरान 1980 में हिसार जिले के मनीराम बागड़ी, 2009 में पूर्व सीएम और हिसार जिले के भजनलाल तथा 2010 में भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई हिसार से सांसद बने थे। 2014 में सिरसा जिले के दुष्यंत चौटाला इनेलो की टिकट पर हिसार से लोकसभा में पहुंचे थे।

इस बार परिवार में ही जंग

हिसार संसदीय क्षेत्र से अब तक भाजपा, जजपा और इनेलो ने जो प्रत्याशी चुनावी दंगल में उतारे हैं, वे सभी पुराने हिसार और नए सिरसा जिले के हैं। इनमें वर्तमान हिसार जिले से कोई भी नहीं है। यह तीनों प्रत्याशी भूतपूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के परिवार से हैं। भाजपा ने देवीलाल के बेटे चौ़ रणजीत सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं इनेलो से पूर्व विधायक प्रताप सिंह चौटाला की पुत्रवधू सुनैना चौटाला तथा जजपा ने पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला की पुत्रवधू और जजपा सुप्रीमो डॉ़ अजय सिंह चौटाला की पत्नी नैना चौटाला को टिकट दिया है।

कांग्रेस टिकट के लिए जींद के नेताओं में संग्राम

बृजेंद्र सिंह, जयप्रकाश जेपी

हिसार संसदीय क्षेत्र में भले ही जींद जिले का केवल एक विधानसभा क्षेत्र उचाना कलां आता है, लेकिन कांग्रेस पार्टी की टिकट के लिए लड़ाई जींद जिले के ही दो बड़े नेता लड़ रहे हैं। इनमें एक पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह हैं, जो 2019 में हिसार से भाजपा टिकट पर सांसद बने थे। पिछले दिनों उन्होंने अपने पिता चौधरी बीरेंद्र सिंह के साथ भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। वह हिसार से कांग्रेस टिकट के प्रबल दावेदारों में हैं। उन्हें कांग्रेस टिकट के लिए कड़ी चुनौती पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के करीबी साथी पूर्व केंद्रीय मंत्री और हिसार से तीन बार सांसद रह चुके जयप्रकाश उर्फ जेपी से मिल रही है। यह दोनों जींद जिले से हैं। कांग्रेस पार्टी बृजेंद्र सिंह और जयप्रकाश उर्फ जेपी में से किसी एक पर दांव लगती है, तो फिर हिसार में मुकाबला सिरसा बनाम जींद होगा। सिरसा बनाम जींद के इस मुकाबले पर सभी की नजरें रहेंगी।

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