जींद, 1 फरवरी (हप्र)
कंडेला गांव में सोमवार की शाम ग्रामीणों ने जींद चंडीगढ रोड को जाम कर दिया। जिले में 4 दिन से बंद इंटरनेट के विरोध में सोमवार शाम जिले के गांव कंडेला में ग्रामीणों का धैर्य जवाब दे गया। काफी संख्या में ग्रामीण गांव के बस स्टैंड पर एकत्रित हो गये और जींद चंडीगढ मार्ग को जाम कर दिया। जाम लगा रहे ग्रामीणों ने कहा कि सरकार द्वारा दूसरे जिलों में इंटरनेट बहाल कर दिया है, लेकिन जींद जिले में अभी तक इंटरनेट बहाल नहीं किया गया। जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई पर विपरीत असर पड़ रहा है और दूसरे जरूरी कार्य भी बाधित हो रहे हैं। रोड जाम की सूचना मिलने पर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों का समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण इंटरनेट सेवाएं तुरंत बहाल करने की मांग करते रहे।
दिल्ली बॉर्डर के लिए निकले पैदल व ट्रैक्टर जत्थे
तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए दिल्ली के सिंघू, टिकरी व गाजियाबाद बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को मजबूती प्रदान करने के पंजाब के किसानों के पैदल जत्थे जींद से निकलना शुरू हो गए हैं। सोमवार को पंजाब के ग्रामीणों का ट्रैक्टरों के साथ निकलना भी जारी रहा। ट्रैक्टरों के पीछे ट्रालियों में खाद्य सामग्री भी लदी होती है। पैदल जत्थों में शामिल पंजाब के संगरूर जिले के युवा किसान बलविंद्र सिंह व यादवीर सिंह का कहना है कि हमारी बस एक ही मांग है कि खेती के लिए केंद्र सरकार जो तीन कानून लेकर आई है, वे रद्द किए जाएं।
पेयजल व खाद्य सामग्री लेकर निकल रहे किसान
पंजाब व हरियाणा के विभिन्न गांवों से किसान पानी की बोतलें, खाद्य सामग्री लेकर निकल रहे हैं। एनएच 352 पर खटक ड़ टोल के समीप दिल्ली के बॉर्डर ट्रैक्टर जत्थे के साथ चल रहे संगरूर जिले के लद्दी गांव के किसान हजुरा सिंह ने बताया कि जत्थे के साथ बिस्कुट, पानी की बोतलें, ईंधन व अन्य खाद्य सामग्री भरी हुई है। उन्होंने बताया कि पंजाब जे गांव-गांव से किसान निकल रहे हैं। सरकार की हर प्रकार की ज्यादती का मुंहतोड़ जवाब देने को लेकर किसानों में भारी उत्साह है।
बजट सत्र में रद्द हों तीनों कृषि कानून
भिवानी, 1 फरवरी (हप्र)
प्रदेश के पूर्व संसदीय सचिव व महेंद्रगढ़ से कांग्रेस विधायक राव दान सिंह ने सोमवार को कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित किया और कहा कि केंद्र और राज्य सरकार किसान को दिवालिया बनाने पर तुली है। उनकी मंशा भांपकर 36 बिरादरी कंधे से कंधा मिलाकर तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ मैदान में आ खड़ी हुई हैं, निश्चित तौर पर सरकार को ये कानून वापस लेने पड़ेंगे। कांग्रेस के नेता राव कमलवीर ने कहा कि ये समय राजनीति से हटकर किसानों की लड़ाई लड़ने का है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन तीनों कानूनों की आड़ में अपने चहेते पूंजीपति मित्रों को लाभ पहुंचाना चाहते हैं। तीनों कानूनों से किसान तो बर्बाद होगा ही गरीब और मध्यम वर्ग वाले भी इसकी मार से नहीं बचेंगे। दादरी से निर्दलीय विधायक और खाप 40 सांगवान के प्रधान सोमबीर सांगवान ने कहा कि किसान नेता राकेश टिकैत के गिरे एक-एक आंसू का बदला लिया जाएगा और जब तक तीनों कानून रद्द नहीं होंगे हम पीछे मुड़कर नहीं देखेंगे। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी भूल रहे हैं कि जिस कुर्सी पर वे बैठे हैं वो जनता की देन है। सरकार की इसी बजट सत्र में तीनों काले कानून रद्द कर एमएसपी की गारंटी देने का कानून पास करना चाहिए ताकि धरने पर बैठे लाखों किसान शांतिपूर्वक घर लौट सकें। कितलाना टोल पर किसानों के अनिश्चितकालीन धरने की 39वें दिन नरसिंह डीपीई, बिजेंद्र बेरला, रणधीर कुंगड़, बलबीर बजाड़, रत्तन जिंदल, सुभाष यादव ने अध्यक्षता की। अध्यक्ष मंडल ने दिल्ली में 6 वरिष्ठ पत्रकारों पर झूठे केस दर्ज करने और किसान आंदोलन की कवरेज कर रहे पत्रकार को सिंघू बॉर्डर से गिरफ्तार करने के विरोध में प्रस्ताव रखा। उधर, संयुक्त किसान मोर्चा तोशाम ने किसान आंदोलन को मजबूत करने के लिए मिरान चौक पर धरने पर बैठे किसानों को समर्थन दिया। इस अवसर पर हरि सिंह सांगवान ने कहा कि तीनों कृषि कानून किसान विरोधी ही नहीं बल्कि जनविरोधी हैं।
‘इंटरनेट बंद से बच्चों की पढ़ाई बाधित’
भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने कहा कि सरकार किसान आंदोलन को कमजोर करने के लिए अनैतिक, अलोकतांत्रिक और अमानवीय तरीके अपना रही है। किसान नेताओं पर केस दर्ज कर लुक आउट नोटिस जारी किए। अब राज्य सरकार ने पिछले चार दिन से इंटरनेट बंद कर रखा। इंटरनेट बंद होने से आम जनता को भारी परेशानी उठानी पड़ रही हैं। इंटरनेट बंद होने से लाखों विद्यार्थी पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। श्रुति चौधरी ने केंद्र से अनुरोध किया कि वह किसानों से बात करें और उनकी मांगों को अविलंब पूरा करें। इसके अलावा किसानों पर केस खारिज करें और आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के आश्रितों को सरकारी नौकरी दी जाए।
आंदोलन तेज करने के लिए 4 को होगी बैठक
हिसार (हप्र) : किसान सभा के प्रेस सचिव सूबे सिंह बूरा ने बताया कि 4 फरवरी को प्रात: 10 बजे जाट धर्मशाला में किसान सभा के जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार की अध्यक्षता में कार्यकर्ताओं की बैठक होगी जिसमें आंदोलन को तेज करते हुए आंदोलन की अगली रूपरेखा तय की जाएगी।
‘जीत हासिल करेगा किसान आंदोलन’
हिसार (हप्र): चौधरीवास टोल पर जारी किसानों के धरने के 39वें दिन शहीदे आजम भगतसिंह के भांजे डॉ. जगमोहन ने पहुंचकर अपना समर्थन दिया और कहा कि देश में चल रहा किसानों का ऐतिहासिक आंदोलन जीत के मुकाम को हासिल करेगा। हिसार के चारों टोल भी सोमवार को फ्री रहे और धरने जारी रहे। किसान सभा के जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार के नेतृत्व में किसानों ने शहीदे आजम भगत सिंह के भांजे डॉ. जगमोहन का गर्मजोशी से स्वागत किया।
टोल प्लाजा चौधरीवास के किसान प्रवक्ता सुभाष कौशिक ने बताया कि डॉ. जगमोहन के टोल पर पहुंचने पर भिवानी रोहिल्ला की 25 बैलगाड़ियों जिन पर तिरंगे झंडे लगे थे और सभी बैलों के सिंगों को भी तिरंगों से रंगा हुआ था, से स्वागत किया गया। किसान सहयोग मंच के बैनर तले सोमवार को सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा, हरियाणा कर्मचारी महासंघ व संयुक्त कर्मचारी संघ हरियाणा ने किसान आंदोलन के समर्थन में बस स्टैंड हिसार में हस्ताक्षर अभियान चलाया। वहीं, हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ ने कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर तथा सरकार द्वारा किसानों के प्रति अपनाई जा रही प्रताड़ना के खिलाफ डिपो प्रांगण में जोरदार प्रदर्शन किया।

मलिक गोत्र ने भी किया आंदोलन का समर्थन
गोहाना (निस) : मलिक गोत्र की गठवाला खाप ने भी सोमवार को किसान आंदोलन का समर्थन कर दिया और कासंडा गांव की श्री मुरलीदास गौशाला में हुई बैठक में इसकी घोषणा की। मंगलवार को लाठ-जौली चौक से ट्रैक्टरों का काफिला सिंघु बॉर्डर के लिए रवाना होगा, जिसमें सबसे आगे गठवाला खाप के दादा बलजीत सिंह मलिक का ट्रैक्टर होगा। बैठक कासंडा सवा सत्रह और खानपुर कलां बारहा की हुई। वहीं, सोमवार को भी इंटरनेट सेवाएं बहाल नहीं हुईं। मोर खाप ने इंटरनेट सेवाएं लगातार बंद रहने को जनाधिकार का हनन करार दिया है तथा इन सेवाओं को तत्काल प्रभाव से बहाल करने की खुली मांग की है। मोर खाप के अध्यक्ष आर.पी. मोर ने कहा कि दिल्ली के लाल किले पर गणतंत्र दिवस पर धर्म विशेष का ध्वज फहरा दिया गया, वहां इंटरनेट सेवाएं आम दिनों की तरह से चल रही हैं, पर सोनीपत और झज्जर जैसे जिलों में ये सेवाएं पहले दिन से बंद हैं। मोर खाप के अध्यक्ष ने चेतावनी दी कि अगर इंटरनेट पर पाबंदी को तत्काल प्रभाव से वापस नहीं लिया गया, इसके खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया जाएगा।

असहयोग आंदोलन चलाने का दिया अल्टीमेटम
चरखी दादरी (निस) : हवेली खाप की पंचायत ने राकेश टिकैत सहित किसानों पर दर्ज मुकद्दमों व कृषि कानूनों के विरोध में आर-पार की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया। साथ ही अल्टीमेटम दिया कि किसानों के आंदोलन का समर्थन जारी रहेगा और सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो असहयोग आंदोलन शुरू करेंगे। हवेली खाप की पंचायत गांव कादमा में सेढ माता धाम पर प्रधान रण सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर खाप प्रवक्ता प्रभूराम गोदारा, सरपंच सुरेंद्र सिंह दगड़ौली, भानाराम नंबरदार और प्रेम कादमा उपस्थित थे। वहीं, खाप फौगाट-19 की तरफ से प्रधान बलवंत सिंह फौगाट की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। खाप फौगाट-19 की तरफ से दो फरवरी से दोबारा गांवों के अनुसार टीकरी बॉर्डर पर अधिक संख्या में पहुंचकर किसान आंदोलन का हिस्सा बनेंगे। बॉर्डर पर खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाते रहेंगे। खाप फौगाट सचिव सुरेश फौगाट ने बताया कि इस कार्य के लिए सभी गणमान्य व्यक्तियों की ड्यूटियां लगा दी गई है।

भाजपा सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित
फरीदाबाद, 1 फरवरी (हप्र)
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने भाजपा सरकार को पूरी तरह से फेलियर बताया है। यह ऐसी सरकार है जिसे जनता पर भरोसा नहीं है और लगातार हर मोर्चे पर फेल साबित होती जा रही। उन्होंने कहा कि सरकार के फेलियर का इससे बडा और क्या प्रमाण होगा कि 26 जनवरी की लालकिले की घटना के आरोपी को आज तक भी नहीं पकड़ा जा सका है। इससे साबित हो गया है कि कहीं न कहीं किसान आंदोलन को कमजोर करने के लिए एक सोची समझी रणनीति का इस्तेमाल किया गया है। कुमारी सैलजा सोमवार को अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राकेश भडाना के गांव नवादा स्थित निवास पर पत्रकारों से रूबरू हो रहीं थीं। इस अवसर पर उनके साथ विधायक शैली चौधरी, विधायक नीरज शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़ मौजूद थे।
इस अवसर पर कुमारी सैलजा ने कहा कि सरकार आज लोगों से भयभीत है, यही कारण है कि प्रदेश के अधिकांश जिलों में इंटरनेट सेवा बंद की हुई है।
किसानों से भरी ट्रेन दिल्ली की बजाय पहुंची रेवाड़ी
रेवाड़ी, 1 फरवरी (निस)
एक अप्रत्याशित घटनाक्रम के तहत फिरोजपुर से चली पंजाब मेल दिल्ली की बजाय सोमवार की सुबह रेवाड़ी पहुंच गई। स्टेशन पर भारी संख्या में रेलवे व स्थानीय पुलिस मौजूद थी। इस ट्रेन में सैकड़ों की संख्या में आंदोलनकारी किसान सवार थे। सूचना मिलते ही इस ट्रेन का रुख दिल्ली की बजाय रेवाड़ी कर दिया गया। रेवाड़ी स्टेशन पर किसानों को तो उतार ही दिया गया, साथ ही दिल्ली जाने वाले यात्रियों को भी उतरना पड़ा। जिसके कारण उन्हें भारी परेशानियां हुई।
पंजाब मेल रविवार रात को फिरोजपुर से मुंबई के लिए निकली थी। इसे दिल्ली पहुंचकर गंतव्य को जाना था। लेकिन फिरोजपुर से ही भारी संख्या में किसान झंडे लेकर इसमें सवार हो लिये। जैसे ही रेल प्रशासन को पता चला कि ट्रेन में बड़ी संख्या में आंदोलनकारी किसान कथित तौर पर बिना टिकट यात्रा करते हुए दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं तो इस ट्रेन को पहले रोहतक में ही रोक लिया गया। यहां सैकड़ों किसानों को उतार दिया गया। अब इस ट्रेन को यहां से दिल्ली जाना था, लेकिन रेल प्रशासन ने इसे रेवाड़ी भेजने का निर्णय लिया।
रेल मंत्री को भेजी शिकायत
एसयूसीआई के नेता राजेंद्र सिंह भी स्टेशन पर पहुंच गए थे। उन्होंने कहा कि ये किसान सरकार के तीन काले कानूनों के विरोध में जारी आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए सिंघू एवं टीकरी बॉर्डर जाना चाहते थे। परंतु उन्हें दिल्ली की बजाय रेवाड़ी भेज दिया। जिसमें 500 से ज्यादा किसान व अन्य यात्री सवार थे। ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के राष्ट्रीय प्रधान एवं संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सत्यवान ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर सारे मामले से अवगत कराते हुए शिकायत दर्ज कराई है।