चंडीगढ़, 2 सितंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा पुलिस के खिलाफ लगातार बढ़ रही शिकायतों पर राज्य मानवाधिकार आयोग ने कड़ा संज्ञान लिया है। आयोग ने इस संदर्भ में राज्य सरकार को कई सिफारिशें भी की हैं। साथ ही, आईओ (जांच अधिकारियों) की ट्रेनिंग भी करवाई जा रही है ताकि वे थानों में आरोपियों के खिलाफ मारपीट जैसी घटनाओं से बचें। आयोग ने दो-टूक कहा है कि थानों में आरोपियों के कपड़े उतरवाने और मारपीट करने वाले पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
राज्य मानवाधिकार आयोग के कार्यवाहक चेयरमैन दीप भाटिया ने पुलिस के खिलाफ आ रही शिकायतों और मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर सरकार को पत्र भी लिखा है। उन्होंने बताया कि आयोग के पास विभिन्न विभागों के खिलाफ शिकायतें आती हैं, लेकिन इनमें सबसे अधिक शिकायतें पुलिस के खिलाफ होती हैं। भाटिया ने कहा कि पुलिस आज भी अंग्रेजों के जमाने की तरह जांच करती है। अब सिस्टम पूरी तरह से बदल चुका है। साइंटिफिक इन्वेस्टिगेशन को बढ़ावा देने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि अगर अब भी पुलिस थानों में मारपीट करके आरोपी के साथ जबरदस्ती करेगी तो कार्रवाई भी होगी। इस तरह के मामलों की आयोग जांच करता है और प्रूव होने पर सरकार व संबंधित अथॉरिटी को दोषी अधिकारी-कर्मचारी के खिलाफ अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई की सिफारिश करता है। कई ऐसे मामले हैं, जब आयोग की सिफारिश पर सरकार ने दोषी अधिकरियों के खिलाफ कार्रवाई की है। दीप भाटिया ने कहा कि मानव अधिकारों को लेकर सुप्रीम कोर्ट की भी बड़ी क्लीयर गाइड लाइन हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद ही आयोग ने हरियाणा में आईओ यानी जांच अधिकारियों की ट्रेनिंग शुरू करवाई है। जांच अधिकारियों को यह बताया और समझाया जा रहा है कि आरोपियों के साथ कैसे पेश आना है।