चंडीगढ़, 21 सितंबर (ट्रिन्यू)
शिक्षकों के स्थानांतरण में आने वाली अड़चनों को दूर करने के लिए बनाई गई ऑनलाइन स्थानांतरण नीति कारगर सिद्ध हो रही है। शिक्षकों को अपने चुने हुए विकल्पों में से पसंदीदा स्थान मिल रहे हैं। सरकार द्वारा 2004 बैच के प्राइमरी टीचर्स (पीआरटी) की अंतर-जिला स्थानांतरण प्रक्रिया पूर्ण कर ली है। ऑनलाइन ट्रांसफर ड्राइव में 92 प्रतिशत अध्यापकों को उनकी पहली पसंद का जिला मिला है।
मुख्यमंत्री के निर्देशों पर मौलिक शिक्षा निदेशालय ने 2004 बैच के प्राइमरी टीचर्स (पीआरटी) के लिए अंतर जिला स्थानांतरण अभियान शुरू किया था। इसमें विभिन्न जिलों से 324 पीआरटी ने स्वेच्छा से आवेदन किया था। इन 324 शिक्षकों को वरीयता अनुसार 21 जिलों का विकल्प भरने को कहा गया था। स्थानांतरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद 92 प्रतिशत शिक्षकों को उनकी पहली पसंद का जिला, 7 प्रतिशत शिक्षकों को दूसरी पसंद का जिला और 1 प्रतिशत शिक्षकों को तीसरी पसंद का जिला मिला है।
इस स्थानांतरण से शिक्षक संतुष्ट हैं और शिक्षकों ने पारदर्शी स्थानांतरण प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है। पीआरटी स्थानांतरण में कुछ कानूनी अड़चनें भी आई। परंतु सरकार ने उनका समाधान निकालते हुए शिक्षकों को बड़ी राहत दी है।