चंडीगढ़, 4 दिसंबर (ट्रिन्यू)
इनेलो ने स्थानीय निकाय चुनाव पार्टी सिम्बल पर लड़ने का ऐलान किया है। पार्टी के प्रधान महासचिव एवं विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि पार्टी तीनों नगर निगमों ही नहीं, नगर परिषद और नगर पालिका के चुनाव भी सिम्बल पर लड़ेगी। उन्होंने बताया कि सीधे होने वाले सभी चुनाव पार्टी चुनाव चिह्न पर लड़ने का फैसला वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श के बाद लिया गया है। अभय चौटाला शुक्रवार को यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
अभय ने कहा नगर निगमों में मेयर और नगर परिषद व नगर पालिकाओं में अध्यक्ष के सीधे चुनाव पार्टी सिम्बल पर लड़ेगी लेकिन वार्ड पार्षदों के लिए उम्मीदवार पार्टी चुनाव-चिह्न पर नहीं उतारे जाएंगे। मेयर व अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों के संबंध में बहुत जल्द फैसला होगा। इस दौरान किसान आंदोलन काे समर्थन का ऐलान करते हुए अभय ने कहा कि कृषि कानूनों इनेलो शुरू से विरोध करती रही है। जिस समय इसका ड्राफ्ट राज्य को भेजा गया था, तब इनेलो ने इसका विरोध किया था। एमएसपी से कम पर खरीद में सजा के प्रावधान के साथ-साथ स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग को पार्टी लगातार उठा रही है। इनेलो नेताओं, कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई है कि वे सीमा से सटे जिलों में जाकर आंदोलनकारी किसानों को राशन, दवाइयां, कम्बल आदि मुहैया कराएं।
‘किसानों के बीच जाऊंगा, वे कहेंगे तो दे दूंगा इस्तीफा’
अभय चौटाला ने किसान आंदोलन का खुलकर समर्थन करते हुए ऐलान किया कि वे जल्द ही दिल्ली बाॅर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के बीच जाएंगे। बता दें कि राजनेताओं का किसानों द्वारा विरोध भी किया जा रहा है। इससे जुड़े सवाल पर अभय ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो बिना किसी देरी के वे अपने पद से भी इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा कि किसान और उनके हित पहले हैं, विधायकी बाद में। वहीं डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का नाम लिए बगैर अभय ने कहा, हालांकि उनके दूसरे वंशज भी आजकल सरकार में हैं, जो कहते हैं कि वे भी देवीलाल के वंशज हैं तो क्या वे इस्तीफा दें। वहीं कृषि मंत्री जेपी दलाल पर कटाक्ष करते हुए अभय ने कहा कि कृषि मंत्री आंदोलन के पीछे पाक व चीन का हाथ होने का बयान दे रहे हैं। जो व्यक्ति जेई के पद से बर्खास्त किया गया हो उससे क्या उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि आरएसएस एक रणनीतिक एजेंडे के तहत किसान आंदोलन को तबाह करना चाहता है।