यमुनानगर, 16 दिसंबर (हप्र)
यमुनानगर में दो दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन उद्योग-धंधे प्रभावित हुए। बैंक के सामने कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि सरकार बैंकों का निजीकरण करने जा रही है। जब बैंक निजी हाथों में चले जाएंगे तो आम इंसान बैंकों के अंदर अपना कार्य करवाने में असफल रहेगा।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि 90% कृषि कार्ड किसानों के हैं, अगर बैंक निजी हाथों में चले जाएंगे तो सरकार को यह जमीन जो बैंकों में गिरवी पड़ी है, उसे बेचने में आसानी होगी।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन की कॉल पर यूनिट यमुनानगर के सभी नेता बैंक ऑफ इंडिया के सामने इकट्ठे हुए और धरना प्रदर्शन किया जिसमें मुख्य वक्ता के तौर पर पीएनबी के हरियाणा जनरल सेक्रेटरी एस के कटारिया, हरदीप सिंह, गुरमुख सिंह, राम सारण, जसबीर, गगन, गुरनाम, रमेश चौधरी, संजय चौधरी, सचिन अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
अधिकतर एटीएम मशीनें भी हो गई कैशलेस
कुरुक्षेत्र (हप्र) : बैंकों के निजीकरण के विरोध में व अन्य मांगों को लेकर बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों की दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन करीब 300 करोड़ रुपये का लेन-देन प्रभावित हुआ।
इस दौरान जिलेभर में 36 बैंकों की 253 शाखाएं बंद रही। हालत ये हुए कि अधिकतर एटीएम मशीनें भी कैशलेस हो गईं।
वीरवार को बैंक कर्मचारियों ने रेलवे रोड स्थित एसबीआई बैंक के समक्ष एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बैंक से सेवानिवृत्त अधिकारी हाकम चौधरी, पंजाब नेशनल बैंक के राय सिंह और स्टेट बैंक के विनय, इलाहाबाद बैंक से प्रीतम गोयत, जसपाल तथा पंकज ने हड़ताली बैंक कर्मियों को संबोधित किया।
करोड़ों का लेन-देन रहा प्रभावित
जगाधरी (निस) : बृहस्पतिवार को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की दो दिवसीय हड़ताल शुरू हो गई। हड़ताल से जहां करोड़ों का लेन-देन प्रभावित रहा, वहीं उपभोक्ताओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्राइवेट बैंकों में लेन-देन करने वालों की भीड़ लगी रही। आज जगाधरी, ब्रह्मपुर, बूडिया, खेड़ा बाजार, मानकपुर, छछरौली, खारवन, खदरी, दादुपुर, महिलांवाली आदि इलाके में स्थित पीएनबी, एसबीआई, बैंक आफ बडोदा आदि की ब्रांचों पर ताला लटका रहा। हड़ताल के कारण उपभोक्ताओं को दिक्कत हुई। जगाधरी इलाके में मैटल, प्लाईवुड, क्रशर जोन आदि का काम होने से रोजाना करोड़ों रुपये का लेन-देन होता है। इनका काफी लेन-देन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में हैं। हड़ताल के कारण यहां पर करोड़ों का बिजनेस प्रभावित रहा।
उपभोक्ताओं को उठानी पड़ी परेशानी
कैथल (हप्र) : निजीकरण करने के विरोध में जिले भर के सरकारी बैंकों ने आज हड़ताल की। बैंकों के कर्मचारी अंबाला रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक के सामने पहुंचे और वहां प्रदर्शन किया। दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन करीब 200 करोड़ रुपये का लेन देन प्रभावित हुआ है। बैंक बंद होने के कारण उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ी। बैंक कर्मचारी अमित कुमार, प्रवेश मोर, पुष्पेंद्र, कुलदीप धारीवाल, रामदास ने कहा कि सरकारी बैंकों का निजीकरण होने से लोगों की परेशानी बढ़ जाएगी। अगर केंद्र सरकार निजीकरण का फैसला वापस नहीं लेती है तो आने वाले दिनों में प्रदर्शन को तेज किया जा सकता है।
पानीपत जिला में करीब 200 ब्रांच रही बंद
पानीपत (निस) : सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की पानीपत जिला की सभी ब्रांचों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने बृहस्पतिवार को सरकार द्वारा बैंकों के किये जा रहे निजीकरण के विरोध में हड़ताल रखी। शहर की विभिन्न ब्रांचों के अधिकारी व कर्मचारी जीटी रोड स्थित यूनियन बैंक के बाहर एकत्रित हुए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की पानीपत जिला में करीब 200 ब्रांच हैं और हड़ताल के चलते सभी ब्रांचों में करीब एक हजार करोड़ रुपए का लेन-देन प्रभावित हुआ है। इस मौके पर यूबीआई से रणबीर पंवार, पंजाब एंड सिंध बैक से प्रधुमन, पीएनबी से बिजेंद्र राणा व सुभाष, एसबीआई से नरेंद्र देशवाल व सोनू रावल और यूबीआई से सीके अग्रवाल आदि यूनियन नेताओं ने संबोधित किया।