ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 12 मार्च
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट ‘परिवार पहचान पत्र’ के साथ अब ‘मुख्यमंत्री अंत्योदय उत्थान’ योजना का ऐलान कर दिया है। यह प्रदेश के उन गरीब परिवारों के लिए होगी जिनकी सालाना आय एक लाख रुपये से भी कम है। चरणबद्ध तरीके से इन परिवारों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। इनकी सालाना आय कम से कम एक लाख 80 हजार रुपये करने का लक्ष्य है।
अगले साल फिर ऐसे ही एक लाख और परिवारों का चयन होगा। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को यह योजना समर्पित की गई है। बजट पेश करते हुए सीएम ने कहा कि गांधी जी के विचार हमारी सरकार का प्रकाश स्तम्भ की तरह मार्गदर्शन करते हैं। आज ही के दिन 91 साल पहले गांधीजी ने आजादी के लिए अपने अनुयायियों का नेतृत्व करते हुए साबरमती आश्रम से दांडी तक यात्रा निकाली थी। सीएम ने इसी दिन की याद में इस योजना का ऐलान किया।
परिवार पहचान-पत्र पर पंजीकरण करवाने वाले परिवारों में से ही सबसे गरीब 1 लाख परिवारों को चुना जाएगा। अहम बात यह है कि इसके लिए किसी परिवार को सरकार से संपर्क करने की जरूरत नहीं होगी बल्कि सरकार खुद उनके द्वार तक जाएगी और सुविधाएं देगी। ऐसे परिवारों की शिक्षा, कौशल विकास, वेतन रोजगार व स्वरोजगार के लिए एक पैकेज बनेगा। विशेष प्रकार के काम में दक्ष परिवारों को उसकी ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि वे खुद का रोजगार भी शुरू कर सकें।
मुख्यमंत्री अंत्योदय उत्थान अभियान को एक मिशन की तरह चलाया जाएगा। इसमें सभी विभागों का सहयोग लिया जाएगा। सबसे गरीब परिवारों को विभागों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ सुनिश्चित होगा। योजना में जाति विशेष नहीं बल्कि समाज के हर वर्ग के परिवार शामिल होंगे। यह अभियान 2025 तक चलाने का टारगेट है ताकि पांच लाख गरीब परिवारों को मुख्यधारा में लाया जा सके।
बजट के बाद मीडिया से बातचीत में सीएम ने कहा कि पहली अप्रैल से इस योजना की शुरूआत होगी। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे ऐसी सभी योजनाओं की रिपोर्ट तैयार करें, जिनका लाभ ऐसे परिवारों को दिया जा सकता है। शुरूआत में इन परिवारों की आय 1 लाख रुपये तक की जाएगी और फिर इसे बढ़ाकर 1 लाख 80 हजार रुपये किया जाएगा। ऐसे परिवारों व लोगों को व्यवसाय करने के लिए सक्षम बनाया जाएगा। उनकी आर्थिक भी सरकार करेगी।