अम्बाला शहर (हप्र) : आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने तिरंगा सम्मान यात्रा निकाली। यात्रा पालीटेक्निक से जगाधरी गेट तक निकाली गयी। अभाविप के विभाग संयोजक निरवैर सिंह ने बताया कि 26 जनवरी को लालकिले में हुई घटना की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद निंदा करती है। तिरंगे के सम्मान को बनाये रखने के लिए अभाविप ने आज यह तिरंगा यात्रा निकाली। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को कुछ शरारती तत्वों ने तिरंगे का अपमान किया। जिला संयोजक सचिन ने कहा कि गणतंत्र दिवस के दिन किसानों द्वारा निकाली गयी ट्रैक्टर परेड में कुछ अराजकतत्वों द्वारा लालकिला और आईटीओ चौक में उत्पाद मचाया गया, उसी परेड में स्थानीय पुलिस पर असामाजिक तत्वों द्वारा हमला किया गया जिससे राष्ट्र की गरिमा को ठेस पहुंचाने का काम किया है। नगर मन्त्री योगेश चौहान ने मांग की कि इन सभी अराजक तत्वों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। इस मौके पर अभाविप के सौरभ भारद्वाज, संदीप, अभिषेक, हार्दिक, प्रिंस पाठक, कृष्णा, चन्दन सिंह इत्यादि कार्यकर्ता प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।