दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 6 दिसंबर
हरियाणा में कांग्रेस मामलों के प्रभारी भी अब विपक्ष के नेता व पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को अपनी पसंद के मिल गए हैं। पार्टी नेतृत्व ने सोमवार रात ही हरियाणा सहित 3 राज्यों के प्रभारियों की नियुक्ति की है। मूल रूप से गुजरात के रहने वाले और सांसद शक्ति सिंह गोहिल को हरियाणा मामलों का नया प्रभारी नियुक्त किया गया है। उनसे पूर्व कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव रहे विवेक बंसल प्रभारी थे।
हरियाणा में राज्यसभा चुनाव के दौरान हुए विवाद के चलते बंसल सुर्खियों में आ गए थे। दरअसल, दो सीटों के लिए हुए चुनावों में पहली सीट पर भाजपा ने पूर्व परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार को चुनाव लड़वाया था। दूसरी सीट पर कांग्रेस की ओर से अजय माकन चुनाव लड़ रहे थे और पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा ने जजपा के समर्थन से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था। बाद में भाजपा ने भी कार्तिकेय को समर्थन दिया।
उस समय आदमपुर से विधायक रहते हुए कुलदीप बिश्नोई ने क्रॉस वोटिंग की और कार्तिकेय शर्मा को अपना वोट दिया। कांग्रेस के एक विधायक का वोट इसलिए रद्द हो गया क्योंकि उन्होंने बैलेट पेपर पर गलत मार्किंग कर दी थी। इस चुनाव में प्रभारी होने के नाते विवेक बंसल चुनाव एजेंट थे और सभी विधायकों ने उन्हें अपने वोट भी दिखाए थे। इसके बाद से ही बंसल की भूमिका संदेह के घेरे में आ गई थी। बताते हैं कि अजय माकन ने पार्टी नेतृत्व को दी अपनी रिपोर्ट में भी बंसल का नाम लिया था।
सूत्रों का कहना है कि इस पूरे घटनाक्रम के चलते ही बंसल का विकेट गिरा है। बताते हैं कि बंसल की पूर्व सीएम और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ पटरी भी नहीं बैठ रही थी। प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान द्वारा प्रदेश प्रवक्ताओं की सूची जब बंसल के पास मंजूरी के लिए भेजी थी तो उन्होंने उस पर भी रोक लगा दी थी। हालांकि बाद में नेतृत्व की मंजूरी के बाद यह लिस्ट जारी हो गई। संगठन का गठन भी विवाद और गुटबाजी के चलते ही नहीं हो पा रहा था। शक्ति सिंह गोहिल गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे हैं। वे बिहार के भी प्रभारी रहे चुके हैं और नयी दिल्ली की जिम्मेदारी अभी तक उनके ही पास है।
अब हरियाणा मामलों की कमान भी वे संभालेंगे। हरियाणा में ब्लाक, जिला व प्रदेश कार्यकारिणी का गठन होना बाकी है। माना जा रहा है कि शक्ति सिंह गोहिल के आने के बाद लंबित पड़ा संगठन गठन भी अब सिरे चढ़ सकता है। उनकी गिनती हुड्डा के नजदीकी दोस्तों में होती है। गोहिल की नजदीकियां अहमद पटेल के साथ भी रही।
हरियाणा में कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा को नेतृत्व ने एक और जिम्मेदारी दी है। वे पार्टी की स्टीयरिंग कमेटी की भी सदस्य हैं। अब उन्हें छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का इंचार्ज नियुक्त किया है।
सैलजा को गांधी करीब के सबसे नजदीकियों में माना जाता है। इसी तरह से नेतृत्व ने सुखजिंद्र सिंह रंधावा को राजस्थान मामलों का प्रभारी नियुक्त किया है। ये नियुक्तियां पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा की गई हैं।
”शक्ति सिंह गोहिल गुजरात में विपक्ष के नेता रहे हैं। वे काफी सुलझे हुए नेता हैं। उनके हरियाणा प्रभारी बनने से राज्य में कांग्रेस को काफी मजबूती मिलेगी। ”
-भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री
”हमारे नये प्रभारी काफी अनुभवी हैं। पार्टी में गुटबाजी एक अलग बात है। सब अपना-अपना दमखम दिखाते हैं। सभी को अपनी जगह मिलनी चाहिए। सभी का मान-सम्मान होना चाहिए। मुझे उम्मीद है वे सभी को साथ लेकर चलेंगे। ”
-कुमारी सैलजा, पूर्व केंद्रीय मंत्री