दिनेश भारद्वाज
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 25 सितंबर
हरियाणा सरकार ने बरोदा हलके के उपचुनाव को देखते हुए बड़ा चुनावी दाव खेल दिया है। बरोदा हलके के लिए शुक्रवार को दो बड़ी घोषणाएं हुई। सरकार बरोदा में जहां आईएमटी (माडर्न इंडस्ट्रियल टाउनशिप) स्थापित करेगी वहीं हैफेड ने माडर्न राइस मिल स्थापित करने का फैसला लिया है। इन दोनों नये प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी दे दी है। हालांकि अभी यह तय नहीं किया है कि ये दोनों नई परियोजनाएं हलके के किस गांव में स्थापित होंगी। हैफेड प्राइवेट लैंड में मिल स्थापित नहीं करता। ऐसे में उसे राइस मिल के लिए सरकारी जमीन की जरूरत होगी। ऐसे में अब जमीन देने के लिए आने आने वाली ग्राम पंचायतों के प्रस्तावों पर सरकार मंथन करेगी। इसके बाद गांव का चयन करके पंचायत विभाग जमीन को हैफेड के नाम ट्रांसफर करेगा।
प्रदेश के कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में ये घोषणाएं की। बरोदा में स्थापित होने वाली राइस मिल की क्षमता प्रति घंट 4 मीट्रिक टन की होगी। इस पर लगभग 12 करोड़ रुपये की लागत आएगी। कैबिनेट मंत्री ने दावा किया कि राइस मिल से किसानों को उनकी पैदावार के लाभकारी मूल्य मिलेंगे और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे।
दलाल ने कहा कि बरोदा के औद्योगिक विकास के लिए आईएमटी स्थापित करने का निर्णय लिया है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर आरोप जड़ते हुए दलाल ने कहा कि 50 वर्षों में बरोदा में कोई विकास नहीं हुआ। भाजपा सरकार ने हलके में कई नई विकास परियोजनाएं शुरू की। कांग्रेस सहित दूसरी पार्टियां केवल पत्थर लगाने में विश्वास करती थी, जबकि भाजपा जो घोषणा करती है, उसे पूरा भी करती है।
विकास परियोजनाओं के लिए हलके में 65 करोड़ रुपये भेजे गए हैं। यह राशि पंचायत व बीडीपीओ के खाते में भेजी है ताकि गांवों में विकास कार्य हो सकें। 13 करोड़ रुपये की लागत से हलके में 85 किमी लम्बी सड़कों पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि बरोदा हलके से एक एक्सप्रेस-वे निकल रहा है। इसी पर आईएमटी स्थापित होगी ताकि यहां का औद्योगिक विकास हो सके। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को जलभराव की समस्या का तुरंत समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं।
पूर्व मंत्री गीता भुक्कल ने मांगा जवाब
जेपी दलाल की प्रेस कांफ्रेंस के तुरंत बाद पूर्व शिक्षा मंत्री व झज्जर विधायक गीता भुक्कल ने सरकार से जवाब मांग लिया। उन्होंने कहा, कृषि मंत्री ने केंद्रीय चुनाव आयोग की प्रेस कांफ्रेंस को देखते हुए घोषणाएं की। सरकार को यह लगता था कि केंद्रीय आयोग ही उपचुनाव का ऐलान करेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। उन्होंने कहा, भाजपा नेता पिछले 50 वर्षों की बात छोड़ें, वे केवल यह बताएं कि 6 वर्षों के कार्यकाल में उन्होंने बरोदा में क्या किया। कांग्रेस ने तो अपने 10 वर्षों के कार्यकाल में बरोदा में खूब विकास किया। श्रीमती भुक्कल ने कहा कि इसी तरह की घोषणाएं सीएम मनोहर लाल खट्टर ने विधानसभा में जींद विधायक रहे डॉ़ हरिचंद मिढ्ढा के निधन के बाद की थी। गीता भुक्कल ने कहा कि जींद विधायक कृष्ण मिढ्ढा को जवाब देना चाहिए कि सीएम द्वारा उपचुनाव से पहले की गई घोषणाएं अब तक पूरी भी हुई हैं या नहीं।