फरीदाबाद, 2 अप्रैल (हप्र)
हाईकोर्ट के आदेशों की पालना करते हुए नगर निगम के तोड़फोड़ दस्ते ने शुक्रवार को 6 माह बाद दूसरी बार गांव खोरी में भारी तोड़फोड़ की। इस दौरान करीबन 300 अवैध निर्माणों को तोड़ा गया। जिसमें क्रमश: पक्के मकान, बाउंडरी वॉल, झुग्गियां आदि शामिल थीं। कार्रवाई का नेतृत्व संयुक्त-आयुक्त एनआईटी प्रशांत अटकान कर रहे थे। मौके पर लोगों के विरोध से निपटने के लिए भारी पुलिस बल तैनात रहा है। कार्रवाई के दौरान कुछ लोगों ने विरोध भी जताया लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया।
इस 4 घंटे चली तोड़फोड़ की कार्रवाई के दौरान 300 अवैध निर्माणों को ढहा दिया गया। इस दौरान करीबन 20 एकड़ जमीन खाली करवाई गई।
दिल्ली-फरीदाबाद बार्डर स्थित अरावली क्षेत्र की करीब 150 एकड़ भूमि पर गांव खोरी बसा हुआ है। लगभग 60 एकड़ पहाड़ों के ऊपर लोग सालों से मकान बनाकर रह रहे हैं। अरावली क्षेत्र में किसी भी प्रकार का निर्माण करना गैर कानूनी है। इसलिए इसे अवैध माना गया है। इसके बावजूद हजारों की संख्या में प्रवासी व अन्य लोगों ने प्रॉपर्टी डीलरों से जमीन लेकर यहां अवैध रूप से पक्के मकान और झुग्गियां डाली हुई है।
क्या कहते है संयुक्त-आयुक्त
संयुक्त-आयुक्त एनआईटी प्रशांत अटकान ने कहा कि दिल्ली-फरीदाबाद सीमा पर बसे गांव खोरी में हाईकोर्ट के आदेश पर तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई। इससे पहले सभी लोगों को दो बार नोटिस जारी किए गए थे। करीब 20 से 25 एकड़ जमीन निगम ने खाली करवाई है। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
अरावली पहाड़ियों में अवैध खनन, खुदाई कर रास्तों पर लगायी रोक
नूंह/मेवात (निस) : अरावली पहाड़ियों में खनन कार्यों को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगी रोक को लेकर पुलिस अरावली पर जगह-जगह बने रास्तों को जेसीबी की मदद से गड्ढे खुदवाकर बंद करा रही है। जिले की पहाड़ियों पर अवैध खनन होने की मिल रही शिकायतों को लेकर यह कदम उठाया जा रहा हैं। उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सुधीर तनेजा ने शुक्रवार को कहा कि अरावली प्रतिबंधित क्षेत्र से खनन के लिए सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी हैं। आदेशों की अनुपालना के लिए अरावली पहाड़ियों में जगह-जगह बने रास्तों को जेसीबी की मदद से खुदवाकर रोक लगाई जा रही है।