कुरुक्षेत्र, 23 मार्च (हप्र)
पेंशन बहाली संघर्ष समिति हरियाणा की एक मंडल स्तरीय महत्वपूर्ण मीटिंग पांचाल धर्मशाला कुरुक्षेत्र में जिला प्रधान नरेश फूले की अध्यक्षता में संपन्न हुई। मंच संचालन राज्य कोऑर्डिनेटर कुलदीप सिंह ने किया, जिसमें कुरुक्षेत्र, करनाल, यमुनानगर, अम्बाला, पानीपत, पंचकूला व कैथल की ब्लॉक और जिला कार्यकारिणी ने हिस्सा लिया।
संघर्ष समिति के प्रदेश महासचिव ऋषि नैन ने शहीदी दिवस पर भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव को पुष्प अर्पित कर समस्त कर्मचारियों ने शहीदों का आभार व्यक्त किया कि देश की आजादी के लिए प्राण न्योछावर कर देश को आजादी दिलवाई और प्रत्येक नागरिक को अपने अधिकारों के प्रति सचेत किया और देश को अपना संविधान दिया। वही संविधान कहता है कि एक कल्याणकारी राज्य में सरकार का दायित्व बनता है कि वह अपने कर्मचारियों को आर्थिक व सामाजिक सुरक्षा प्रदान करे, जो पुरानी पेंशन के तहत दी जा सकती है।
मीटिंग का आयोजन और संचालन जिला प्रधान नरेश फूले द्वारा किया गया। उपस्थित सभी पदाधिकारियों ने बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा पुरानी पेंशन नीति को बहाल न करने और गलत आंकड़े प्रस्तुत कर नई पेंशन योजना एनपीएस को कर्मचारी और प्रदेश हित्त में बताएं जाने पर रोष और नाराजगी प्रकट की।
संघर्ष समिति के राज्य कार्यकारिणी सदस्य कुलदीप सिंह ने कहा कि अगर एनपीएस योजना इतनी ही अच्छी है तो मुख्यमंत्री जी और गठबंधन सरकार सबसे पहले एनपीएस को अपने विधायकों और सांसदों पर लागू करें। मुख्यमंत्री जो स्वयं पुरानी पेंशन का लाभ ले रहे हैं और कर्मचारियों के लिए एनपीएस को बेहतर बता रहे हैं। जिला उपाध्यक्ष डॉ रवि शर्मा व शाहबाद प्रभारी यशपाल शर्मा ने कहा कि नई पेंशन योजना पूरी तरह से बाजार पर अनिश्चितता पर आधारित योजना है जिसमें कर्मचारियों को न तो निश्चित रिटर्न और न ही निश्चित पेंशन की कोई गारंटी है।
आज की मंडल स्तरीय मीटिंग में कुरुक्षेत्र, करनाल, यमुनानगर, अम्बाला, पानीपत, पंचकूला, कैथल जिलों की ब्लॉक और जिला कार्यकारिणी ने हिस्सा लिया। मुख्य रूप से मौजूद सदस्यों में राज्य उपाध्यक्ष कमलदीप हुसैनी, राज्य कार्यकारिणी सदस्य सुजीत यादव, उपाध्यक्ष मोनिका भारद्वाज, करनाल प्रधान संदीप टूर्ण, कुरुक्षेत्र प्रधान नरेश फूले, यमुनानगर प्रधान शशि भूषण, अंबाला प्रधान रमेश धीमान, पंचकूला प्रधान सुभाष जांगड़ा, कैथल प्रधान सुरेंद्र माजरा, पानीपत प्रधान विजय शर्मा आदि सैकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे।