अम्बाला शहर, 11 जनवरी (हप्र)
अम्बाला शहर के बलदेव नगर हाउसिंग बोर्ड कालोनी में विगत शाम को हुए हत्याकांड को लेकर हुए खुलासे ने पूरे मामले को कटघरे में खड़ा कर दिया है। घटनास्थल पर इन दोनों के अलावा किसी तीसरे की उपस्थिति को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। मृतक द्वारा कुछ दिन पहले बनवाया गया कथित शपथ पत्र भी कुछ और कहानी कह रहा है।
ईशम सिंह ने भी उसी समय कथित रूप से गोली मार ली थी जिसकी बाद में मौत हो गई थी, हालांकि महिला नेत्री अमरजीत कौर की हत्या करने के बाद पुलिस ने उसके बेटे के बयान पर हत्या करने वाले के रूप में शराब कारोबारी रहे करनाल के ईशम सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। लेकिन ईशम सिंह की मौत को संदिज्ध बताते हुए परिवार ने उच्च स्तरीय जांच की मांग करके पूरे मामले में कई पेंच फंसा दिए हैं। वह दोनों की हत्या किसी तीसरे द्वारा किए जाने की बात कह रहे हैं।
मृतक ईशम के बेटे अजय और भतीते प्रवीण ने बड़ा खुलासा किया है कि ईशम सिंह बाएं हाथ से सारा काम किया करते थे जबकि एफआईआर में रिवाल्वर उनके दाहिने हाथ में पकड़ी दिखाई गई है। उनका कहना है कि बाएं हाथ से काम करने का आदी हो चुका कोई इंसान अपने रिवाल्वर से दाहिने हाथ से 4 गोलियां कैसे चला सकता है। उनका स्पष्ट आरोप है कि किसी तीसरे ने दोहरे हत्याकांड को अंजाम देकर रिवाल्वर ईशम के दाहिने हाथ में प्लांट कर दी।
अजय और प्रवीण ने बताया कि ईशम सिंह अमरजीत कौर को दी गई बड़ी रकम, सोना और कार लेने के लिए एक दिन पहले भी अम्बाला आए थे जहां उन्हें अगले दिन बुलाया गया था। उनका कहना है कि यह रकम और अन्य सामान वापस नहीं देना पड़े इसलिए एक षड्यंत्र के तहत उनकी हत्या कर दी गई।
“आज दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है। जो जो बयान, तथ्य या साक्ष्य पुलिस की फाइल पर आन रिकार्ड आएंगे उनको लेकर पूरी जांच की जाएगी। पुलिस काल डिटेल की भी जांच करेगी, प्रारंभिक जांच में केवल यही सामने आया है कि इन दोनों के बीच में कोई लेन-देन था जिसकी वजह से यह वारदात हुई। बाहर कोई व्यक्ति क्या बयान देता है उससे पुलिस को कोई लेना-देना नहीं हैं।”
-हमीर सिंह, एसएचओ बलदेव नगर