चंडीगढ़, 30 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार ने ग्रामीण चौकीदारों को रक्षाबंधन के मौके पर बड़ी सौगात दी है। विकास एवं पंचायत विभाग के अंडर काम करने वाले इन चौकीदारों के मानदेय को बढ़ाकर सरकार ने 11 हजार रुपये मासिक कर दिया है। अभी तक चौकीदारों का मानदेय 7 हजार रुपये था, इसमें चार हजार की बढ़ोतरी की है। गांवों में कार्यरत सात हजार से अधिक चौकीदारों को इस बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा। इतना ही नहीं, सरकार चौकीदारों को सालाना 12 प्रतिशत ईपीएफ की सुविधा भी देगी।
बुधवार को कैथल, कुरुक्षेत्र, पानीपत, चरखी दादरी, फतेहाबाद, हिसार, सिरसा व करनाल सहित कई जिलों के ग्रामीण चौकीदारों के प्रतिनिधिमंडल ने चंडीगढ़ में सीएम मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की। चौकीदार सीएम के राजनीतिक सचिव कृष्ण बेदी के नेतृत्व में सीएम से मिले थे। बेदी लम्बे समय से ग्रामीण चौकीदारों के मानदेय और भत्तों में बढ़ोतरी की वकालत कर रहे थे। इस दौरान उनकी मांगों को लेकर लम्बी चर्चा हुई। सीएम ने उनके मानदेय में बढ़ोतरी के अलावा और भी कई बड़ी घोषणाएं की।
ग्रामीण चौकीदारों को मिलने वाली वर्दी भत्ते में भी बढ़ोतरी करके इसे सालाना चार हजार रुपये किया है। पहले यह भत्ता 2500 रुपये सालाना था, इसमें 1500 की बढ़ोतरी हुई है। इतना ही नहीं, चौकीदारों को अब हर पांच साल बाद नयी साइकिल मिलेगी। पहले लाइफ टाइम में एक ही बार साइकिल मिलती थी। लाठी व बैटरी के लिए उन्हें सालाना 1000 रुपये दिए जाएंगे।
इस बैठक के दौरान सीएम के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, विकास एवं पंचायत विभाग के महानिदेशक डीके बेहरा, बीडीपीओ (मुख्यालय) दलजीत सिंह और विनस मुख्य रूप से मौजूद रहे।
इस मौके पर सीएम ने कहा कि सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन का कार्य किया है और सभी सफाई कर्मचारी एवं अन्य वर्करों का मानदेय हर माह समय पर मिलना सुनिश्चित किया है। परिवार पहचान-पत्र के माध्यम से स्वतः ही नवीनतम आंकड़े मिल रहे हैं। पीपीपी से बीपीएल राशन कार्ड बनाने, वृद्धावस्था पेंशन, आयुषमान भारत योजना के कार्ड बनाने जैसे कार्य भी किया जा रहा है। योजना का ग्रामीणों को सीधा लाभ मिला रहा है और नागरिकों में खुशी का माहौल है।
निगमों के चौकीदार होंगे समायोजित
जो गांव नगर निगम में आ जाते हैं उनके ग्रामीण चौकीदारों को योग्यता अनुसार अन्य पदों पर समायोजित किया जाएगा। यह निर्णय चौकीदारों के लिए बहुत ही कारगर साबित होगा। ग्रामीण चौकीदार नगर निगम में उनकी योग्यता अनुसार पदों पर समायोजित किए जाएंगे।
मृत्यु पंजीकरण पर मिलेंगे 400 रुपये
सीएम ने कहा कि ग्रामीण चौकीदार गांव की ईकाई में अहम कड़ी होता है। चौकीदार से जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण के अलावा अब शादी पंजीकरण कार्य में भी पूर्ण सहयोग लिया जाता है। मृत्यु पंजीकरण की राशि 300 की बजाय अब 400 रुपये हर माह मिलेगी। चौकीदारों के मानदेय के लिए ऑनलाईन व्यवस्था की जाएगी।
आकस्मिक मृत्यु पर मिलेंगे 5 लाख
चौकीदारों को बढ़ा हुआ मानदेय अक्तूबर से लागू होगा और नवंबर माह में उन्हें बढ़ा हुआ मानदेय मिलेगा। सीएम ने बताया कि राज्य में 18 से 45 वर्ष की आयु में किसी भी बीपीएल परिवार के सदस्य की आकस्मिक मृत्यु हो जाती है तो सरकार की ओर से उसे 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। 45 से 60 वर्ष की आयु वाले व्यक्तियों को अचानक मृत्यु पर 3 लाख रुपए दिए जा रहे हैं। ग्रामीण चौकीदारों को भी आकस्मिक मृत्यु होने पर उनके परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद की जाएगी।
रिटायरमेंट पर मिलेंगे दो लाख
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1.80 लाख रुपए की आय वाले परिवारों को आयुष्मान योजना का लाभ दिया जा रहा है। 3 लाख रुपए तक की आमदनी वाले परिवारों से 125 रुपये की राशि हर माह लेकर 5 लाख रुपये तक का दयालु योजना में स्वास्थ्य लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण चौकीदारों को आंगनवाड़ी कार्यकताओं की तर्ज पर रिटायरमेंट के दौरान एकमुश्त 2 लाख रुपए का लाभ दिया जाएगा। चौकीदारों को ईपीएफ योजना के तहत 12 प्रतिशत स्वयं वहन करना होता है और 12 प्रतिशत हिस्सा सरकार की ओर से जमा करवाया जाएगा।