यमुनानगर, 20 सितंबर (हप्र)
यमुनानगर में रविवार को टोल प्लाजा पर किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में चंडीगढ़-हरिद्वार नेशनल हाईवे जाम किया गया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा लेकिन किसी ने भी आंदोलनकारियों को हटाने का प्रयास नहीं किया। किसानों ने सरकार विरोधी नारेबाजी की । 12बजे से 3 बजे तक के इस आंदोलन में हजारों की संख्या में किसान टोल प्लाजा पर पहुंचे।
मीडिया से बातचीत करते हुए भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि अध्यादेश को कानून का रूप देकर ऐसा ढांचा खड़ा किया जा रहा है जिससे खाद्य सामग्री को कुछ लोग खरीदेंगे और फिर पूरे देश में बेचेंगे। ये लोग कम से कम में खरीदकर अधिक से अधिक में बेचेंगे। इसको लेकर किसानों में भारी गुस्सा है और यह गुस्सा अभी सरकार को दिखाया जा रहा है।
भविष्य की रणनीति को लेकर उन्होंने कहा कि पूरे देश के किसानों को एक मंच पर इकट्ठा करके देशभर में एक जैसा आंदोलन चलाया जाएगा।
किसी को कोई फायदा नहीं : कौशिक
किसान नेता सतपाल कौशिक ने कहा कि इस अध्यादेश से किसानों की बेचैनी लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि अध्यादेश से किसान, दुकानदार, मंडी आड़ती किसी का भी कोई फायदा नहीं होगा। और यह सभी इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने इसे एक काला कानून बताया। जबकि भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चंदुनी ने कहां की इससे पूरे देश के लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है जो सरकार के गले की फांस बनेगा।
शाहाबाद में 3 घंटे बाधित रहा साहा-पंचकूला रोड
शाहाबाद मारकंडा (निस) : सरकार द्वारा लागू किए गए 3 अध्यादेशों के खिलाफ भाकियू, किसानों एवं आढ़तियों का प्रदेश भर में चक्का जाम रहा। शाहाबाद में भाकियू ने साहा पंचकूला रोड पर 12 बजे से 3 बजे तक जाम लगाया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन की अध्यक्षता भाकियू के राकेश बैंस ने और ब्लॉक प्रधान हरकेश खानपुर ने की। प्रदर्शन में इलाके के भारी संख्या में आढ़ती, किसानों व मजदूरों ने भाग लिया। बैंस ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को गुमराह कर रही है और किसानों को यह नहीं समझा पा रही है कि मंडी के बाहर एमएसपी लागू रहेगा या नहीं। किसान यह भी नहीं समझ पा रहे हैं कि नये कानून कि मंडी के अंदर 6.50 प्रतिशत टैक्स लगेगा और टैक्स लगने के बाद कौन व्यापारी इसकी खरीद करेगा।
3 घंटे तक जाम रहा पानीपत-जींद हाईवे
पानीपत (एस) : कृषि विधेयकों के विरोध में किसान संगठनों ने रविवार को रविवार दोपहर 11.45 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक पानीपत-जींद स्टेट हाईवे पर किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश दहिया के नेतृत्व में धरना दिया। स्टेट हाईवे पर दिया गया धरना शांतिपूर्वक रहा। हालांकि एएसपी ट्रेनिंग कुलदीप सिंह और डीएसपी संदीप के नेृतत्व में शांति व्यवस्था बनाये रखने को लेकर भारी पुलिस बल तैनात रहा।
इनेलो के जिला प्रधान हेमराज जागलान, व्यापार प्रकोष्ठ के जिला प्रधान रणबीर देशवाल, महेंद्र कलसन और आप के जिला प्रधान सुखबीर मलिक, अजय शर्मा, दीपक बगा आदि ने किसान संगठनों के धरने में पहुंचकर अपनी पार्टियों की तरफ से समर्थन दिया। दूसरी ओर पानीपत बार एसोसिएशन के सीनियर एडवोकेट जगदीप घनघस ने किसानों के धरने में घोषणा की कि यदि पानीपत जिला में पुलिस द्वारा किसानों पर रोड जाम या कोई अन्य केस बनाया जाता है तो वे जिला के किसानों का केस अदालत में फ्री में लड़ेंगे। स्टेट हाईवे पर धरना देने वालो में भाकियू के पूर्व जिला उपप्रधान बिंटू मलिक, किसान नेता सुधीर जाखड़, पार्षद विनय गुप्ता, मतलौडा अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान विजय छाबड़ा आदि शामिल रहे।
अनाज मंडी में प्रदर्शन
पानीपत (एस) : पानीपत अनाज मंडी में रविवार को आढ़तियों ने धर्मबीर मलिक प्रधान के नेतृत्व में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। उन्होंने कहा कि तीनों कृषि विधेयक किसान, आढ़ती व मजदूरों के खिलाफ हैं औैर इनके पास होने से किसान व आढ़ती बर्बाद हो जाएगे। वहीं धर्मबीर मलिक ने कहा कि देश व प्रदेश में इन विधेयकों का भारी विरोध होने के बावजूद भी इनको लोकसभा व राज्यसभा में पास करना आश्चर्यजनक है।
कांग्रेस का रोष प्रदर्शन आज
पानीपत (एस) : कृषि से संबंधित तीनों विधेयकों के विरोध में कांग्रेस पार्टी सोमवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए महामहिम राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त के माध्यम से ज्ञापन सौंपा जाएगा। यह जानकारी रविवार को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता ओमवीर पंवार ने दी। पानीपत प्रदर्शन में पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल शामिल होंगे। जीटी रोड लाल बत्ती स्थित कांग्रेस कार्यालय पर पहले पार्टी के सभी नेता एवं कार्यकर्ता एकत्रित होंगे।
‘किसान के सम्मान की लड़ाई लड़ेगी कांग्रेस’
जगाधरी (निस) : हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता राय सिंह गुर्जर ने रविवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी किसान के सम्मान और हक की हर लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने बताया कि हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर 21 सितंबर केंद्र सरकार द्वारा संसद में लाए गए 3 काले किसान विरोधी अध्यादेश को रद्द करने की मांग को लेकर में धरने प्रदर्शन आयोजित करेगी। ये प्रदर्शन प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा के निर्देश में हो रहे हैं। राय सिंह ने कांग्रेस किसान के साथ हो रही नाइंसाफी के विरोध में सड़क से लेकर संसद तक लडाई लड़ने का निर्णय लिया है।
किसानों, आढ़तियोंं ने बड़ौदा में जाम किया हाईवे
उचाना/जींद (हप्र) : केंद्र सरकार के 3 नये कृषि अध्यादेश के विरोध में रविवार को किसानों, आढतियों व मजदूरों न बड़ौदा व खटकट गांव के निकट हाइवे को जाम किया। दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक सड़क पर धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष प्रकट किया गया। धरना स्थल से दूर पुलिस बल तैनात रहा। जाम की सूचना एसडीएम, थाना प्रभारी लेते रहे।
सुबह बड़ौदा के सहकारी बैंक परिसर में किसान, आढ़ती, मजदूर एकत्रित होने शुरू हो गए। यहां से ठीक 12 बजे किसान नारेबाजी करते हुए हाइवे पर पहुंचे। प्रशासन ने पुख्ता प्रबंध भी किए हुए थे। फायर बिग्रेड गाड़ी, क्रेन, एंबुलेंस सहित अन्य प्रबंध प्रशासन ने किए हुए थे। अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रांतीय प्रधान फूल सिंह श्योकंद ने आज जो नेता बयान देकर इन अध्यादेश को किसान हितैषी बता रहे हैं वो सिर्फ अपने आकाओं को खुश करने में लगे हैं, पता उनको भी है ये अध्यादेश किसान विरोधी है।
किसानों ने चिट्ठी लिखकर पीएम से की मन की बात
जींद (हप्र) : अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हर वर्ग से मन की बात करते रहे हैं लेकिन रविवार को बांगर के किसानों ने पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर को चिट्टी लिखकर अपने मन की बात की है। उचाना क्षेत्र के छातर, थुआ, करसिंधु आदि गांवों के किसानों ने संयुक्त रूप से यह चिट्टी पीएम और केंद्रीय मंत्री को भेजी है जिसमें किसान जितेंद्र छातर, कुलदीप मोर, लीलू, ईश्वर, ऋषि, सोमदत्त शर्मा, प्रदीप पांचाल आदि ने कहा कि जो 3 अध्यादेश किसान हित में पारित किये गये हैं, उन अध्यादेश में एक लाइन केंद्र सरकार जोड़े कि देश में कोई भी अगर एमएसपी से कम दाम पर किसान की फसल खरीदता है तो वह दंडनीय अपराध है।
सिरसा में हाईवे जाम, सरकार के खिलाफ नारेबाजी
सिरसा (निस) : केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए 3 किसान अध्यादेशों, 10 सितंबर को पिपली में किसानों पर हुए बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज के विरोध में प्रदेश भर में 19 किसान संगठनों ने रविवार को तय कार्यक्रम प्रदेश बंद को लाखों किसानों की मौजूदगी से सफल बनाया। रविवार को सिरसा में भी हरियाणा किसान मंच के बैनर तले किसान संगठनों ने गांव पंजुआना के निकट नेशनल हाईवे पर दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक 3 घंटे हजारों की संख्या में एकत्रित होकर सरकार के अध्यादेशों के प्रति रोष का इजहार किया। किसी अप्रिय घटना को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष पिछले एक सप्ताह से प्रदेश बंद को सफल बनाने को लेकर गांवों के दौरे के कर रहे थे।
नरवाना-पटियाला, नरवाना-टोहाना मार्ग जाम
नरवाना (अस) : केंद्र सरकार के कृषि सुधारों से जुड़े तीनों विधेयकों के खिलाफ किसानों ने रविवार को दिल्ली-पटियाला हाईवे पर बेलरखा गांव में जाम लगा दिया। जाम लगने की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई और किसानों को समझा बुझा कर लगभग एक घंटे बाद जाम खुलवा दिया। जाम लगा रहे किसानों ने कहा कि सरकार किसान विरोधी निर्णय ले रही है। इसे लेकर किसानों में भारी रोष है जिसका खमियाजा सरकार को आने वाले दिनों में भुगतना पड़ सकता है। वहीं धमतान गांव में भी किसानों ने नरवाना-टोहाना रोड पर अवरोधक डालकर जाम लगा दिया तथा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
टोहाना में ठप हो गया यातायात
टोहाना (निस) : केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा खेती और मंडी सबंधी 3 अध्यादेशों को बिल का रूप देने पर किसानों, व्यापारियों, मजदूरों ने सड़कों पर खूब बवाल मचाया। मंडियों में व्यापारियों ने धरने पर बैठकर विरोध जताया। किसानों ने सड़कों पर यातायात ठप करके विरोध दर्ज करवाया। ने चंडीगढ़-हिसार सड़क पर गांव कन्हड़ी, समैण, उकलाना, बरवाला से हिसार तक यातायात बंद कर दिया। पुलिस टकराव से गुरेज करती दिखी। टोहाना-रतिया सड़क पर कुलां चौंक चौक में सैकड़ों किसान सुबह ही जमा हो गए थे। सड़कों पर गावों के किसानों ने सड़कों पर धरने दिए। हजारों किसान जिला मुख्यालय पहुंचे, किसानों की रिकार्ड भीड़ देखने को मिली।
कारसा रोड पर 3 घंटे लगा रहा जाम
नीलोखेड़ी (निस) : भाकियू के आह्वान पर किसानों ने कारसा रोड के कुटिया चौैक पर करीबन 3 घंटे तक जाम लगा दिया। 3 अध्यादेशों और पीपली लाठीचार्ज के खिलाफ भाकियू के ब्लॉक प्रधान राजिन्द्र सिंह के नेतृत्व में लगाए गए इस जाम के दौैरान बड़ी संख्या में एकत्रित किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसान नेता एवं कोग्रेस के किसान सेल के जिलाध्यक्ष राजेश चौधरी सुलतानपुर ने धरने पर पहुंचकर किसान आन्दोलन को कांग्रेस द्वारा समर्थन दिया। पुलिस ने परेशानियों से बचाने के लिए कुटिया चौैक की तरफ जाने वाले सभी रास्तों पर नाका लगाकर लोगों को वैकल्पिक रास्ते से जाने के लिए कहा।
इन्द्री में करनाल-यमुनानगर हाईवे जाम, जमकर नारेबाजी
इन्द्री (निस) : केंद्र सरकार द्वारा पास किए गए 3 अध्यादेशों के खिलाफ किसान, आढ़ती और मजदूर रविवार सड़कों पर उतर आए। उन्होंने मांगों के लिए करनाल -यमुनानगर राजमार्ग पर जाम लगा दिया। वहीं किसान नेता मनजीत लालर की अगुवाई में कुरुक्षेत्र- इंद्री रोड गांव भादसों के पास किसान विरोध स्वरूप सड़क पर बैठ गए। प्रदर्शन में किसान यूनियनों, आढ़तियों व मजदूरों ने जमकर नारेबाजी कर इन तीनों अध्यादेशों को वापिस लेने की मांग की। इस दौरान करनाल यमुनानगर हाईवे को लगभग डेढ़ घंटे के लिये बंद रहा। धरने की अगुवाई मंडी प्रधान सतपाल बैरागी, किसान नेता रामपाल चहल ने की। इस मौके पर कांग्रेस नेता डॉ. सुनील पंवार ने भादसों जाकर किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया। इस मौके पर किसान नेता रामपाल चहल ने बताया कि 10 सितंबर को पिपली किसान रैली में प्रशासन द्वारा किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर पूरे प्रदेश के किसानों मे रोष था।
फतेहाबाद में जाम की सड़कें, जमकर नारेबाजी
फतेहाबाद (निस) : केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि विधेयकों के खिलाफ किसानों, व्यापारियों में उबाल बढ़ता जा रहा है। सड़क रोको आंदोलन के तहत रविवार को जिलेभर में किसानों ने प्रदर्शन कर रोड जाम कर दिया। फतेहाबाद, रतिया, भट्टू, जाखल, भूना, टोहाना में किसानों व व्यापारियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की और केन्द्र सरकार से इन काले कानूनों को वापस लेने की मांग की।
फतेहाबाद में किसान संघर्ष समिति के आह्वान पर केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि अध्यादेशों के खिलाफ फतेहाबाद अनाज मंडी में किसानों, व्यापारियों, मजदूरों व मुनीमों द्वारा सांझे तौर पर विशाल जनसभा का आयोजन किया गया। इस दौरान किसानों, व्यापारियों ने केंद्र सरकार के अध्यादेशों को उन पर थोपा गया काला कानून बताया और इसके विरोध में नारेबाजी की।
कुरुक्षेत्र में चढूनी ने मांगा दुष्यंत का इस्तीफा, पूर्वमंत्री अशोक अरोड़ा, विधायक मेवा सिंह, रामकरण काला का समर्थन
कुरुक्षेत्र (हप्र) : केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि से संबंधित 3 अध्यादेशों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन और अन्य किसान संगठनों से जुड़े किसानों ने रविवार को जिले में जगह-जगह जाम लगाकर रोष जताया। अध्यादेश वापस लिए जाने की मांग की और जोरदार नारेबाजी की। किसानों ने हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चैटाला से त्यागपत्र दिए जाने की मांग की।
दोपहर 12 से शाम 3 बजे तक 3 घंटे तक सड़क पर जाम लगा रहा। पीपली में ट्रैफिक डायवर्ट करने के कारण मुख्य मार्ग पर वाहन रेंग-रेंगकर चले। चंडीगढ़ का ट्रैफिक डायवर्ट किया गया। भाकियू के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कई धरना स्थलों पर जाकर किसानों को संबोधित किया और उनका हौसला बढ़ाया। सरकार के खिलाफ बोलते हुए अध्यादेश वापस लिए जाने की मांग की। उन्होंने भी दुष्यंत चैटाला का त्यागपत्र मांगा।
किसानों का कहना है कि दुष्यंत चैटाला ने किसानों के वोट हासिल करके सत्ता प्राप्त की है। अब सरकार किसानों के खिलाफ अध्यादेश लेकर आई है इसलिए दुष्यंत चैटाला को अपना त्यागत्र दे देना चाहिए।
किसान आंदोलन को किसान संगठनों का समर्थन मिला वहीं कांग्रेस के नेताओं विशेषकर पूर्वमंत्री अशोक अरोड़ा तथा लाडवा के विधायक मेवा सिंह ने भी धरना और प्रदर्शनों पर पहुंचकर किसानों को समर्थन दिया। जेेजेपी के शाहाबाद के विधायक रामकरण काला ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर किसानों को अपना समर्थन दिया।