कुमार मुकेश/हप्र
हिसार, 18 नवंबर
लॉकडाउन के दौरान हिसार में जहां कोविड-19 के मरीजों व इससे होने वाली मौत की संख्या एनसीआर के प्रमुख जिलों से काफी कम थी वहीं अनलॉक की प्रक्रिया के बाद हिसार अब प्रदेश के गुरुग्राम व फरीदाबाद के बाद तीसरे नंबर पर आ गया है। हालात यह है अब हिसार ने मरीजों की संख्या व इससे मरने वालों की संख्या के मामले में सोनीपत, रोहतक और अंबाला को पछाड़ दिया है। पहले इन तीनों जिलों में हिसार से ज्यादा मरीज थे और ज्यादा ही मौत हुई थी। आंकड़ों की बात करें तो हिसार में कोविड-19 के हिसार में सितंबर माह तक जितने मरीज मिले थे, उससे ज्यादा मरीज पिछले 48 दिनों में (अक्तूबर व नवंबर के 18 दिन में) मिल चुके हैं। इस अवधि के दौरान मौत का मामला 3 गुना हो चुका है।
हिसार में कोविड-19 का पहला मामला मई माह में मिला और इस माह कुल 40 मरीज मिले। इसी प्रकार जून माह में 192, जुलाई माह में 717, अगस्त माह में 1383, सितंबर माह में 3865 मरीज मिले और कुल मरीजों की संख्या 6187 हो गई। लेकिन अक्टूबर माह में सबसे ज्यादा 3792 व नवंबर के मात्र 18 दिनों में 3562 मरीज मिल चुके हैं। अब तक हिसार में कुल मरीजों की संख्या 13541 हो चुकी है। इससे ज्यादा मरीज सिर्फ गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों में ही है। गुरुग्राम में अब तक कुल 40535 व फरीदाबाद में 33637 मरीज हैं। इसके अलावा सिर्फ सोनीपत जिले में 10 हजार से ज्यादा कोरोना मरीज हैं। कोरोना से हिसार में पहली मौत जून माह में हुई और जुलाई में एक भी मौत नहीं हुई। अगस्त में 13, सितंबर में 60, अक्तूबर में 93 और 18 नवंबर तक 36 मौत हो चुकी हैं। हिसार में अब तक कुल 189 की मौत हो चुकी है। सिविल सर्जन रत्ना भारती ने कहा कि लोग लापरवाही बरत रहे हैं, जिससे केस बढ़ रहे हैं।
देरी से अस्पताल पहुंचने से बढ़ी मौतें : डीसी
डीसी प्रियंका सोनी ने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों की हालत बिगड़ने के बाद देरी से अस्पताल पहुंचना मृत्यु दर बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है। कोरोना संक्रमितों की मृत्यु के मामलों में होने वाले डेथ-ऑडिट में यह सामने आया है कि ऐसे होम क्वांरटाईन संक्रमितों, जिन्हें पहले से ब्लड प्रेशर, डायबिटिज, हृदय रोग जैसी अन्य बिमारियां हैं, उन्हें सही समय पर उपचार नहीं मिला।