भिवानी, 5 फरवरी (हप्र)
भिवानी में लिंगानुपात संतोषजनक नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार भिवानी में 1000 लड़कों पर केवल 903 लड़कियां हैं। स्वास्थ्य विभाग इस आंकड़े में सुधार के लिए विशेष टीम भी बना चुका है। अब हर 15 दिन में स्वास्थ्य विभाग जिले के शिक्षा अधिकारी, पंचायत अधिकारी, सीडीपीओ व जनसूचना अधिकारी के साथ मिलकर बैठक करेगा। साथ ही जरूरत पड़ी तो गांव-गांव में पंचायत के माध्यम से जागरूकता कैंप भी लगाएगा। स्वास्थ्य विभाग भी सीएचसी व पीएचसी के माध्यम से गर्भवती महिलाओं पर नजर रखे हुए है। साथ ही भ्रूण जांच करने वाले अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर भी विभाग नजर रखे हुए है।
घटते लिंगानुपात को लेकर अब सरकार व स्वास्थ्य विभाग चिंतित है। विभाग ने इसे सुधारने के लिए अब कमर कस ली है। आंकड़ों के अनुसार 800 से 900 लिंगानुपात वाले 38 गांव हैं, 900 व इससे ज्यादा वाले 157 गांव हैं, वही 800 से भी कम लिंगानुपात वाले गांव भी 125 हैं कुल मिलाकर जिले का लिंगानुपात 903 बना हुआ है।
सीएमओ को बनाया नोडल अधिकारी
भिवानी के सीएमओ डॉ़ रघुवीर शांडिल्य के अनुसार जिले का लिंगानुपात संतोषजनक नहीं है। इसमें सुधार की जरूरत है। इसके लिए भिवानी उपायुक्त ने टीम भी गठित कर दी है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है। अब जिले के शिक्षा अधिकारी, पंचायत अधिकारी, सीडीपीओ, जनसूचना अधिकारी के साथ मिलकर बैठक करेंगे और विचार करेंगे कि इसे सुधारने के लिए क्या कदम उठाए जाएं।