कलायत (निस) : स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन हरियाणा(संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा व सहयोग सीटू) की ब्लॉक कमेटी के नेतृत्व में चल रहे धरना-प्रदर्शन के 17वें दिन की अध्यक्षता प्रधान मंजीत ने तथा मंच संचालन सुभाष सिंह ने किया। फील्ड से आई आशा वर्करों और महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों ने धरना स्थल पर पहुंच कर अपना समर्थन दिया। स्वास्थ्य ठेका कॢमयों की सभी मांगों का समर्थन करते हुए आंगनवाड़ी वर्कर्स व हैल्पर्स यूनियन हरियाणा की प्रांतीय महासचिव शकुंतला शर्मा ने कहा कि सरकार और प्रशासन को इन कर्मचारियों की सुध लेकर सभी हटाए गए कर्मियों को बहाल करके अन्य मांगों का भी अविलंब समाधान करना चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते कहा कि यदि जल्द निपटारा नहीं किया गया तो तमाम आंगनवाड़ी वर्कर्स व हैल्पर्स भी इस आंदोलन में शामिल हो जाएंगी। धरने को सर्व कर्मचारी संघ के ब्लॉक कैशियर रामममेहर कौशिक, वन मजदूर यूनियन के प्रधान धूप सिंह, नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रधान नवीन बेदी, एमपीएचई एसो. की प्रधान देवीरानी और सचिव रणदीप शर्मा आदि ने भी संबोधित किया।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।