चंडीगढ़, 6 जनवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के चेयरमैन सुभाष बराला ने कहा कि हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो ने पिछले 6 साल में अभूतपूर्व काम किया है। इसका असर यह हुआ कि स्टेट पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज का घाटा कम हुआ है। 2014-15 में 2888.88 करोड़ रुपये का घाटा था, जो 2019-20 में घटकर 611.18 रह गया। बराला ने बताया कि कुल 23 पब्लिक सर्विस एंटरप्राइजेज कंपनी एक्ट के तहत हरियाणा में रजिस्टर्ड हैं, जिनका पिछले 6 साल में मुनाफा दोगुना से भी ज्यादा हुआ है। बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में मीडिया से बातचीत में बराला ने कहा कि 18 पीएसई ने 2019-20 के वित्तीय वर्ष में 884.21 करोड़ का मुनाफा कमाया है। साथ ही, 2014-15 में जहां ऐसी 10 पब्लिक सर्विस एंटरप्राइजेज घाटे में चल रही थी, उनकी संख्या अब घटकर केवल 5 रह गई है। राज्य सरकार की 19 पब्लिक सर्विस एंटरप्राइजेज कॉपरेटिव एक्ट के तहत रजिस्टर की गई हैं। इनमें से 6 पीएसई का कुल मुनाफा 2014-15 में 40 करोड़ था।
उन्होंने कहा कि को-ऑपरेटिव एक्ट के तहत स्थापित की गई 8 पीएससी लाभ में चल रही हैं।