चंडीगढ़, 29 अगस्त (ट्रिन्यू)
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि अब सरकार ट्रामा सेंटर वहीं बनाएगी, जहां अस्पताल उपलब्ध होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि ट्रामा सेंटर बनाने पर वहां पूरा स्टाफ देना पड़ता है। अस्पताल होने पर ट्रामा सेंटर बनाने का यह फायदा होगा कि वहां के डॉक्टर शेष समय अन्य कार्य कर सकेंगे।
दिल्ली से पानीपत तक के एक्सप्रेस-वे का उदाहरण देते हुए विज ने कहा, इस पूर रूट पर एक भी अस्पताल नहीं है। सरकार राई में ट्रामा सेंटर बनाना चाहती है, लेकिन बना नहीं पा रही। दरअसल, कोसली से भाजपा विधायक लक्ष्मण यादव ने अपने हलके में ट्रामा सेंटर बनाने की मांग की थी। विज ने इससे इंकार करते हुए कहा कि एक ट्रामा सेंटर से दूसरे ट्रामा सेंटर की दूरी कम से कम 50 किमी. होनी चाहिए। कोसली के गुरावड़ा से 21 किमी दूर रेवाड़ी के अस्पताल में ट्रामा सेंटर बना हुआ है।
वहीं गुरावड़ा से 27 किमी दूर झज्जर के अस्पताल में भी ट्रामा केयर सेवाएं उपलब्ध हैं। केंद्र सरकार की गाइड लाइन में स्पष्ट है कि एक ट्रामा सेंटर का दूसरे ट्रामा सेंटर से दूरी कम से कम 50 किलोमीटर होनी चाहिए। लक्ष्मण यादव की मांग पर उन्होंने अस्पताल को अपग्रेड करने का ऐलान किया। विज ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं से संबंधित मैपिंग का परिणाम तैयार कर दिया है।
दादरी मेडिकल कॉलेज के लिए तलाश रहे जमीन
चरखी दादरी विधायक सोमबीर सिंह सांगवान ने दादरी जिला के लिए घोषित किए मेडिकल कॉलेज का मुद्दा उठाया। इसके जवाब में विज ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन की तलाश जारी है। भूमि चिह्नित होते ही उस पर काम शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि भिवानी-महेंद्रगढ़ सांसद धर्मबीर सिंह ने 9 मई, 2022 को एक प्रस्ताव भेजा है, जिसमें उन्होंने बताया कि बिरही कलां गांव की पंचायत मेडिकल कॉलेज के लिए 102 एकड़ जमीन मुफ्त देने को तैयार है। इसी तरह बाढ़डा विधायक नैना सिंह चौटाला ने 10 अगस्त, 2022 को प्रस्ताव दिया है कि घसोला की पंचायत 102 एकड़ जमीन मुफ्त में देने के लिए राजी है। ग्राम सभा ने इस संदर्भ में प्रस्ताव भी पास किया है। विज ने कहा कि दोनों जमीन का निरीक्षण किया जाएगा।