चंडीगढ़, 24 नवंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा विधानसभा को पेपरलेस किया जा चुका है। इस बार के मानसून सत्र के दौरान इसका ट्रायल भी हो चुका है। अब दिसंबर में होने वाले शीतकालीन सत्र में एक और ट्रायल हो जाएगा। इस सत्र से पहले विधायकों को एक बार फिर ट्रेनिंग देने का निर्णय लिया है, ताकि मार्च में होने वाले बजट सत्र में उन्हें किसी तरह की दिक्कत न आए।
विधानसभा ने 5 दिसंबर को पंचकूला स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में सभी विधायकों के लिए एक दिन की ट्रेनिंग वर्कशॉप रखने का निर्णय लिया है। इसके लिए सत्तारूढ़ भाजपा-जजपा गठबंधन के विधायकों के अलावा, कांग्रेस, इनेलो, हलोपा व सभी निर्दलीय विधायकों को सूचित किया है। ट्रेनिंग केवल विधायकों के लिए नहीं बल्कि सभी मंत्रियों के लिए भी जरूरी होगी।
विधायकों को विधानसभा की ओर से लैपटॉप व प्रिंटर के अलावा सेमसंग के पैड भी मुहैया करवाए गए हैं। विधानसभा सचिवालय की कोशिश है कि सभी विधायक अब ऑनलाइन काम करें। वे अपने हलकों से जुड़ी समस्याओं के अलावा विधानसभा में लगाए जाने वाले सवालों तथा विभिन्न प्रकार के प्रस्तावों को भी ऑनलाइन ही भेजें। सरकार की ओर से दिए जाने वाले जवाब भी सदन में विधायकों के सामने लगी स्क्रीन पर डिस्पले होंगे।
दरअसल, मानसून सत्र के दौरान कई विधायकों के सामने यह दिक्कत आई कि वे स्क्रीन को सही से चला नहीं पा रहे थे। इसी को ध्यान में रखते हुए शीतकालीन सत्र से पहले एक बार फिर विधायकों को पेपरलेस विधानसभा की कार्यवाही से रूबरू करवाने का निर्णय लिया है। यह इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि बजट सत्र लम्बा चलेगा और इस दौरान कागजी कार्यवाही भी काफी होती है। कई मंत्रियों तक को पूरा सिस्टम समझने में परेशानी आ रही है।