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Haryana News : लगातार छठी बार प्रधान बने सुरेंद्र दहिया

सोनीपत, 1 दिसंबर (हप्र) टीकाराम शिक्षण समिति के चुनाव में सुरेंद्र सिंह दहिया लगातार छठी बार प्रधान चुने गए हैं। इससे पहले 105 कॉलेजियम में से 103 में निर्विरोध सुरेंद्र दहिया पैनल के सदस्य चुने गए और दो कॉलेजियम में...

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सोनीपत में रविवार को टीकाराम शिक्षण समिति के चुनाव में निर्विरोध चुने गए प्रधान सुरेंद्र दहिया और अन्य पदाधिकारी। -हप्र
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सोनीपत, 1 दिसंबर (हप्र)

टीकाराम शिक्षण समिति के चुनाव में सुरेंद्र सिंह दहिया लगातार छठी बार प्रधान चुने गए हैं। इससे पहले 105 कॉलेजियम में से 103 में निर्विरोध सुरेंद्र दहिया पैनल के सदस्य चुने गए और दो कॉलेजियम में मतदान के बाद सुरेंद्र दहिया पैनल के उम्मीदवार विजयी रहे।

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इसके अलावा सर्वसम्मति से रजनीत मलिक को उप प्रधान, भूपेंद्र सिंह दहिया को महासचिव व राजेश लठवाल का कोषाध्यक्ष चुना गया। 11 कार्यकारिणी सदस्य चुने गए जिसमें देवेंद्र दहिया, ओमप्रकाश शास्त्री, महेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, सुरेंद्र आंतिल, आजाद सिंह, धर्मबीर राठी, राजकुमार, विरेंद्र सिंह, अमित दहिया, कृष्ण कुमार, विनोद सिंह व जितेंद्र कुमार शामिल हैं।

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नवनिर्वाचित प्रधान सुरेंद्र दहिया ने कहा कि समाज के उत्थान और आम जन को शिक्षित बनाने की दिशा में शिक्षण संस्थाओं की अहम भूमिका है। इस दिशा में वर्ष 1934 में स्थापित शिक्षण संस्था टीकाराम शिक्षण समिति क्षेत्र में शिक्षा के प्रचार-प्रसार की अलख जगा रही है। शिक्षण संस्थान से शिक्षा प्राप्त कर निकले विद्यार्थी आज प्रत्येक क्षेत्र में अपनी सफलता का परचम लहरा रहे हैं। दहिया ने कहा कि प्रदेश के विकास और उत्थान में भी यहां की शिक्षण संस्थाओं की विशेष भूमिका रही है। इसलिए शिक्षण संस्थानों को प्रोत्साहन देना सरकार की भी प्राथमिकता रहनी चाहिए। समाज को भी शिक्षण संस्थाओं के संरक्षण के लिए आगे आना चाहिए।

बता दें कि 2003 में पहली बार सुरेंद्र दहिया के पिता एवं शिक्षाविद ओमप्रकाश दहिया टीकाराम शिक्षण समिति के प्रधान बने थे। 2007 में ओमप्रकाश-सुरेंद्र दहिया पैनल विजयी रहा। इसके बाद 2011 में विजयी बनाया।

2015 में हरियाणा सरकार ने सोसायटी एक्ट में परिवर्तन कर चुनाव प्रक्रिया में बदलाव किया था, जिसके तहत प्रत्यक्ष की बजाय अप्रत्यक्ष चुनाव कराने का नियम बनाया गया, जिसमें आजीवन सदस्य पहले 105 कॉलेजियम प्रतिनिधि चुनते हैं और फिर कॉलेजियम प्रतिनिधि पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों को चुनते हैं। 2021 में सुरेंद्र दहिया पैनल ने 105 में से 100 कॉलेजियम का चुनाव जीता था।

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