राजेश शर्मा
फरीदाबाद, 2 अगस्त
शिक्षा मंत्री द्वारा 16 अगस्त से 10वीं 11वीं 12वीं के छात्रों को भी स्कूल में बुलाये जाने के निर्णय का हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने कड़ा विरोध किया है। मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा ने कहा का कहना है कि स्कूलों में अध्यापकों के जाने के कुछ दिन बाद ही 9 टीचर कोरोना पॉजिटिव हो गये। कई जगह से भी इस प्रकार के समाचार आए हैं, ऐसे हालात में बच्चों को भी पढ़ाई के लिए बुलाना सही निर्णय नहीं कहा जायेगा। कैलाश शर्मा ने कहा है कि लॉकडाउन अवधि में अध्यापक जिला प्रशासन के आदेश पर घर-घर जाकर कोरोना संक्रमित मरीजों की देखभाल और अन्य कार्यों में लगे हुए थे और अब अपने विषय के छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई करा रहे हैं। आज भी जो अध्यापक स्कूलों में ड्यूटी करने जा रहे हैं उन्हें भी हर समय कोरोना का डर सता रहा है। ऐसे हालात में जब बच्चों को भी बुला लिया जाएगा तो उनको भी कोरोना संक्रमित होने का पूरा पूरा खतरा बना रहेगा। मनच ने अपील की है कि जब अध्यापक घर में रहकर ही बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करा रहे हैं तो फिर उन्हें और छात्रों को स्कूलों में बुलाना किसी भी तरह से न्याय संगत नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर अध्यापक संक्रमित होते हैन तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। मंच का कहना है कि अभी का 30 अगस्त तक कालेज व स्कूलों को न खोला जाए।