दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 24 फरवरी
हरियाणा रोडवेज बेड़े में 1300 नई बसें शामिल होंगी। इनमें से 400 बसें 31 मार्च तक ही रोडवेज बेड़े में आ जाएंगी। इसके लिए विभाग ने ऑनलाइन टेंडर जारी कर दिए हैं। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस मसौदे को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में रखा जाएगा। यहां से मंजूरी मिलते ही बसों के आर्डर दे दिए जाएंगे। इसके बाद बाकी बसों की खरीद प्रक्रिया शुरू होगी। इसके अहम बात यह है कि हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में टेंडर में आने वाली कंपनियों से एक साथ ही 800 बसों की खरीद के लिए बात होगी। सरकार की प्लानिंग है कि इसी साल में 800 नई बसों को परिवहन बेड़े में शामिल किया जाए। वर्तमान में परिवहन विभाग के पास 3329 सामान्य बस हैं। इनमें से वर्तमान में 2323 सड़कों पर हैं। कोरोना और दिल्ली बार्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन की वजह से बाकी बस नहीं चल पाई।
किमी स्कीम वाली भी 508 बस परिवहन बेड़े में हैं। वर्तमान में वोल्वो की कुल 20 बस सरकार के पास हैं। इनमें अभी चंडीगढ़ से गुरुग्राम रूट पर एक ही बस चलाई जा रही है। कोरोना की वजह से सरकार चरणबद्ध तरीके से बसों को चला रही है। दिल्ली बार्डर पर किसानों का आंदोलन होने की वजह से वोल्वो बसों को अभी नहीं चलाया जा रहा। पिछले दिनों नई बसों को लेकर परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने सीएम मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की थी।
इस दौरान सीएम ने स्पष्ट तौर पर कहा कि 800 बसों की खरीद तुरंत की जाए। 500 और नई बसों के लिए भी सैद्धांतिक रूप से मंजूरी मिल गई है लेकिन इनके आर्डर 800 बस आने के बाद दिए जाएंगे। इसी तरह से नई एसी बसें, लो-फ्लोर बस और मिनी बसों की भी सरकार खरीद करेगी। इलैक्ट्रिक बसों की भी खरीद की जानी है। इसके लिए विभाग से विस्तृत रिपेार्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार ने भविष्य में इलैक्ट्रिक बसों की खरीद पर ही फोकस करने का मन बना लिया है।
एनसीआर में होंगी अलग बसें
गुरुग्राम व फरीदाबाद को सरकार मैट्रोपालिटन डेवलेपमेंट अथॉरिटी बना चुकी है। इन दोनों शहरों में सिटी बस सेवा भी काफी कामयाब है। इन शहरों में इलैक्ट्रिक बसों को ही चलाया जाएगा। लो-फ्लोर की एसी बस भी इन शहरों के लिए सरकार खरीदेगी। इन दोनों शहरों से नई बसों की डिमांड के बारे में पूछा गया है।
शिक्षण संस्थानों से पूछी डिमांड
सरकार ने कॉलेज एवं विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए भी बस सेवा शुरू की हुई है। हालांकि पिछले पूरे साल कोरोना की वजह से शिक्षण संस्थान बंद रहे। बेटियों के लिए विशेष बस सेवा भी खट्टर सरकार ने शुरू की थी। राज्य में कई रूट ऐसे हैं, जहां विद्यार्थियों की संख्या कम है। ऐसी जगहों पर मिनी बस चलाई जाएंगी। इसलिए स्कूल शिक्षा, उच्चतर शिक्षा, तकनीकी शिक्षा व आईटीआई से विकल्प जाने जाएंगे। ये संस्थान विद्यार्थियों की जरूरत व रूट पर विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से बस की डिमांड सरकार को देंगे।
क्या कहते हैं परिवहन मंत्री
परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने बताया कि यात्रियों को सुविधा देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खुलकर बसों की खरीद करने की छूट दी है। इस मामले में सीएम काफी पाजिटिव हैं। 800 नई बस इसी साल परिवहन बेड़े में शामिल हो जाएंगी। इसके बाद 500 और बसों की खरीद की सैद्धांतिक मंजूरी सीएम ने दे दी है। इलेक्ट्रिक, मिनी व लो-फ्लोर बसों की भी खरीद होगी। एनसीआर की डिमांड के हिसाब से बसों के लिए विकल्प मांगे गए हैं।