चंडीगढ़, 10 जून (ट्रिन्यू)
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बृहस्पतिवार को राज्य के 16 जिलों के लोगों को 1100 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी। 200 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट पूरे होने के बाद वे जनता को समर्पित किए और 900 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की नींव रखी गई। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सीएम ने चंडीगढ़ से ही सभी परियोजनाओं को हरी झंडी दी। कैबिनेट व राज्य मंत्रियों के अलावा सांसद व विधायक भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये इस कार्यक्रम से जुड़े। संबंधित जिलों के डीसी व संबंधित अधिकारी भी वीसी के जरिये जुड़े।
सीएम ने शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, बिजली-बिजली व सड़क से जुड़े प्रोजेक्ट्स का उदघाटन व शिलान्यास किया। इससे पहले 21 मार्च को भी सीएम ने 1411 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का ऑनलाइन ही शुभारंभ किया था। विगत दिवस ही सीएम ने पंचकूला को ‘सेंटर ऑफ एक्सिलेंस’ के रूप में विकसित करने के लिए पंचकूला इंटिग्रेटिड डेवलपमेंट प्लान को मंजूरी दी थी। इस मौके पर सीएम ने कहा कि क्षेत्र और विकास के नाम पर हरियाणा को बांटने की विचारधारा से ऊपर उठते हुए मौजूदा सरकार ने 7 वर्षों के कार्यकाल में ‘हरियाणा एक हरियाणवी एक’ के मूलमंत्र पर विश्वास करते हुए सभी 90 हलकों का समान विकास सुनिश्चित किया है। इन विकास परियोजनाओं के साथ निश्चित रूप से हरियाणा सरकार की उपलब्धियों में एक नया अध्याय जुड़ गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा द्वारा क्रियान्वित की गई कई योजनाओं के मामले में, हरियाणा अन्य राज्यों के लिए रोल मॉडल बन गया है। राज्य के गांवों को ‘लालडोरा’ से मुक्त करने के लिए शुरू किए गए अभियान को बाद में केंद्र सरकार द्वारा योजना को प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के रूप में अपनाया गया। जल बचाने के लिए ‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ योजना लागू की है। इसके तहत राज्य के किसानों से धान की जगह फसल विविधीकरण अपनाने की अपील की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के लोगों द्वारा उठाई गई हर एक शिकायत को दूर करने के लिए ‘विवादों से समाधान’ नामक योजना शुरू की गई, जिसका उद्देश्य प्रत्येक विभाग के लंबे समय से लंबित विवादों को हल करना है। ट्यूबवेल कनेक्शन देना बंद करने के विपक्ष के आरोपों पर सीएम ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं।
धर्मनगरी को 50 करोड़ के प्रोजेक्ट
कुरुक्षेत्र के लोगों के लिए 50 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को समर्पित किया। सरस्वती के पुराने पुल के पुनर्निर्माण, लघु सचिवालय के नए प्रशासनिक ब्लॉक, पिहोवा तथा गांव मलिकपुर में 33 केवी सब-स्टेशन का उदघाटन सीएम ने किया। वहीं जींद को 30 करोड़ की विकास परियोजनाएं समर्पित की। नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का उद्घाटन किया।
खानपुर कलां में लगेगा ऑक्सीजन प्लांट
सोनीपत के लोगों को 20 करोड़ का तोहफा मिला। गमरी और नायत गांव में उप-स्वास्थ्य केंद्र, गांव जाखोली में दो आवासीय क्वार्टर सहित पीएचसी, आरजीईसी में फायर स्टेशन बिल्डिंग का उद्घाटन किया। भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बिल्डिंग और खानपुर कलां में सीएसआर के तहत पीएसए ऑक्सीजन प्लांट (1000 एलपीएम) की शुरूआत हुई। मुख्यमंत्री ने फरीदाबाद को लगभग 30 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का तोहफा दिया। स्वर्ण जयंती योजना के तहत स्थापित हुए कस्तूरबा सेवा सदन में बने ऑब्जरवेशन होम व सुरक्षा स्थल, सेक्टर-18 (ए) में बने नए आईटीआई भवन और सिकरोना गांव में बने आईटीआई भवन का उद्घाटन किया गया।
यहां भी हुए उद्घाटन
सिरसा को मिल 100 करोड़ की परियोजनाओं में तीन कस्बों – कालांवाली, ममेरा रोड और डबवाली के 33 केवी सब-स्टेशन भी शामिल हैं। इनका उद्घाटन सीएम ने किया। वहीं फतेहाबाद को 80 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं मिलीं। सीएम ने पलवल को 20 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का तोहफा दिया। हसनपुर के रामगढ़ में स्पोर्ट्स स्टेडियम का निर्माण होगा। सीएम ने हिसार में 20 करोड़ के प्रोजेक्ट शुरू किए। हिसार-सदलपुर रेलवे लाइन पर एल/सी नंबर 4-ए पर बनाए गए दो-लेन रेलवे ओवरब्रिज का उदघाटन किया। रोहतक को 20 करोड़ रुपये से अधिक परियोजनाओं का तोहफा मिला। कैथल में 15 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन सीएम ने किया। कलायत में 50 बेड क्षमता के सरकारी अस्पताल का उद्घाटन कर उन्होंने इसे जनता को समर्पित किया। दादरी जिला के सांवड़ गांव को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का तोहफा मिला है। जिले के लिए कुल 10 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात सरकार ने दी। भिवानी व यमुनानगर जिला में सीएम ने 9-9 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी है। सबसे कम पांच करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं पानीपत के हिस्से आई हैं।