चंडीगढ़, 14 मार्च (ट्रिन्यू)
हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश में सड़कों की मरम्मत के लिए शुरू की गई हरपथ एप योजना विवादों में घिर गई है। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार आज तक एक भी शिकायतकर्ता को प्रोत्साहन राशि नहीं मिल सकी है। कोरोना काल में इस एप पर आई शिकायतों पर भी समय से कार्रवाई नहीं हो सकी। हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विधायक वरूण मुलाना द्वारा लगाए गए सवाल के जवाब हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सदन को यह जानकारी दी। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार ने 100 रुपए प्रोत्साहन राशि देने का ऐलान किया था। उन्होंने सदन में स्वीकार किया कि हरपथ एप में भुगतान का प्रावधान नहीं होने के कारण अभी तक किसी भी शिकायकर्ता को प्रोत्साहन राशि नहीं दी गई। दुष्यंत ने कहा कि 96 घंटे के भीतर शिकायतों का निवारण नहीं करने पर ठेकेदार को 256.15 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
मुलाना के विधायक ने उठाया मुद्दा
मुलाना के विधायक वरूण मुलाना ने हरपथ एप पर आई शिकायतों का ब्योरा, ठेकेदारों द्वारा समय पर की गई कार्रवाई तथा शिकायतकर्ताओं को दी गई प्रोत्साहन राशि के बारे में जानकारी मांगी गई। विधानसभा में यह मुद्दा उठाने वाले विधायक वरूण मुलाना ने कहा कि प्रदेश की सड़कें दयनीय हालत में हैं। हरपथ एप पर दी जानी वाली शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
8581 शिकायतों का किया निवारण
डिप्टी सीएम दुष्यंत ने बताया कि योजना 15 सितंबर, 2017 को शुरू की गई। 10 मार्च, 2022 तक एक लाख सात हजार 203 शिकायतें आई। फरवरी-2020 में कोरोना की वजह से सड़क मरम्मत योजना बाधित हो गई। 17 जून, 2020 से अब तक ठेकेदार को कुल 22 हजार 748 शिकायतें कार्रवाई के लिए भेजी हैं। इनमें से 8581 शिकायतों का निवारण 96 घंटे के भीतर कर दिया गया।