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गर्मी की छुट्टियों में एडमिशन के लिए घर-घर जाएंगे ‘गुरुजी’

सरकारी स्कूलों के 10वीं व 12वीं के परीक्षा परिणामों पर मंथन शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
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चंडीगढ़ में बुधवार को अधिकारियों के साथ बैठक करते शिक्षा मंत्री महिपाल सिंह ढांडा।
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चंडीगढ़, 21 मई (ट्रिन्यू)

हरियाणा के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए अब शिक्षक गर्मी की छुट्टियों में घर-घर जाकर अभिभावकों से बात करेंगे। छुट्टियों में शिक्षकों को 10 दिन के लिए यह काम करना होगा। बुधवार को चंडीगढ़ में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कैबिनेट मंत्री महिपाल सिंह ढांडा ने ये निर्देश दिए। बैठक में 10वीं और 12वीं के नतीजों पर भी चर्चा हुई।

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इस बार भिवानी बोर्ड 12वीं की परीक्षा में प्रदेश के सरकारी स्कूलों का परिणाम 85 प्रतिशत रहा है। अंग्रेजी विषय़ में 96 प्रतिशत, हिंदी में 99 प्रतिशत और गणित में 98 प्रतिशत परिणाम रहा है। कैबिनेट मंत्री ने बेहतर परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों के प्रिंसिपलों को बधाई दी और परिणाम में पिछड़ने वाले स्कूलों को नसीहत दी कि वे ज्यादा मेहनत से विद्यार्थियों की पढ़ाई करवाएं, ताकि अगले साल परीक्षा परिणाम बेहतर हो सकें।

बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ डीईओ, बीईओ व प्रिंसिपल भी मौजूद रहे। महिपाल ढांडा ने परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले 10 स्कूलों के प्रिंसिपलों को बधाई दी और उनके अनुभव जाने। इसी तरह से परीक्षा परिणाम में पिछड़ने वाले 10 स्कूलों के प्रिंसिपलों को उनकी कमियां बताई और सुधार करने के दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्यों के जिन स्कूलों का परीक्षा परिणाम कम रहा है उनका तालमेल अच्छा प्रदर्शन करने वाले स्कूलों के प्रिंसिपल से बनवाया जाएगा ताकि अगले साल उनका परीक्षा परिणाम भी बेहतर हो सके।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों के 10वीं व 12वीं के आगामी परीक्षा परिणामों को और भी अच्छा करने के लिए पिछले 10 वर्षों के बोर्ड परीक्षा के पेपर छात्रों के अभ्यास के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक सहायता व परीक्षा की तैयारी को मजबूत करने के लिए स्कूल के बाद अतिरिक्त कक्षाएं और संदेह-समाधान सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसी तरह से छात्रों के बीच वैज्ञानिक सोच और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए राज्य और जिला-स्तरीय प्रदर्शनी आयोजित की जाएंगी।

ढांडा ने कहा कि देश में सबसे पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को हरियाणा में लागू किया गया है। इस नीति का उद्देश्य विद्यार्थियों को राजकीय स्कूलों में बेहतर सुविधा व पढ़ाई का अच्छा वातावरण मुहैया करवाना है। इसके लिए शिक्षकों की जिम्मेदारी भी है कि वे विद्यार्थियों को खूब मेहनत से पढ़ाएं और कमजोर विद्यार्थियों पर और ज्यादा मेहनत करें। बैठक में हरियाणा स्कूल एजुकेशन के प्रिंसिपल सेक्रेटरी पंकज अग्रवाल, सेकेंडरी एजुकेशन के डायरेक्टर जितेंद्र दहिया, डीईओ, बीईओ व स्कूलों के प्रिंसिपल मौजूद रहे।

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