नवीन पांचाल/हप्र
गुरुग्राम, 4 मई
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को कहा कि गुरुग्राम को 2 दिन बाद रोजाना 50 टन ऑक्सीजन मिलनी शुरू हो जाएगी। वे पार्षदों के साथ ऑनलाइन बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में आॅक्सीजन आपूर्ति का कोटा पहले 22 टन से बढ़ाकर 32 टन किया गया था, अब इसे 50 टन प्रतिदिन कर दिया गया है। अगले दो दिनों में गुरुग्राम को बढ़ी हुई आॅक्सीजन मिलनी शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि मेदांता व सिविल अस्पताल मिलकर ताऊ देवीलाल स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में 100 बेड का अस्थाई अस्पताल बना रहे हैं। यह भी शीघ्र ही काम करना शुरू कर देगा। रेमडेसिविर इंजेक्शन की व्यवस्था करवाने की जिम्मेदारी 3 डाॅक्टर्स की कमेटी पर है। सरकार के पास रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी नहीं है, लेकिन यह मिलेगा सिर्फ जरूरतमंद लोगों को ही है। मुख्यमंत्री ने वादा किया कि वह प्रत्येक सप्ताह पार्षदों से या तो सीधे मुलाकात कर या ऑक्सीजन रूबरू होकर संवाद जरूर करेंगे।
इससे पहले पार्षदों ने अपनी राय उनके सामने रखी। सीएम ने निगम कमिश्नर विनय प्रताप सिंह को एडिशनल कमिश्नर स्तर के अधिकारी को जन-प्रतिनिधियों के साथ को-ऑर्डिनेट करने के लिए विशेष तौर पर लगाने के निर्देश दिए। ऑक्सीजन बैठक में सीएम के समक्ष पार्षदों ने अफसरों के खिलाफ कड़े तेवर दिखाए। इन्होंने आरोप लगाया कि जवाबदेही से बचने के लिए अफसर जनप्रतिनिधियों के फोन तक नहीं उठाते और न ही लोगों को राहत दिलवाने का कोई प्रयास धरातल पर दिखाई दे रहा है। पार्षदों ने सीएम से इस शहर और यहां के निवासियों को बचाने की गुहार लगाई।
पार्षदों के साथ ऑक्सीजन बैठक की रूपरेखा भाजपा आईटी सेल प्रमुख अरुण यादव ने तैयार की। बैठक में 25 पार्षदों के अलावा, निगम कमिश्नर विनय प्रताप सिंह व अरुण यादव समेत कुल 28 जन शामिल रहे। बैठक की शुरुआत में ही पार्षदों ने अफसरों की कारगुजारियों के चिट्ठे खोलने शुरू कर दिए। वार्ड 23 के पार्षद अश्वनी शर्मा ने कहा कि अफसरों के गैर जवाबदेह पूर्ण रवैये के कारण पूरा शहर बबेस और लाचार हो गया है। अफसर सरकार को तस्वीर कुछ और दिखाते हैं लेकिन सच्चाई इससे बिल्कुल जुदा है। उन्होंने कहा, ‘हम आपके हाथ जोड़ते हैं गुरुग्राम को संभालें और यहां के लोगों का जीवन बचाएं। क्योंकि वास्तविक स्थिति ज्यादा दायनीय है।’ उनके सुर में ब्रहम यादव ने भी अपने बोल जोड़ दिए। उन्होंने कहा, ‘शहर के लोग पार्षद को ही सब कुछ मानते हैं क्योंकि आमजन विधायक या अफसरों तक नहीं पहुंच पाता।’ कुलदीप यादव ने आॅक्सीजन आपूर्ति के साथ वैक्सीनेशन और कोरोना जांच शिविर की संख्या बढ़ाए जाने की गुजारिश की। साथ ही मुख्यमंत्री से गुजारिश की कि वे अफसरों को पार्षदों के फोन उठाकर सही प्रतिउत्तर देने के निर्देश दें।
डिप्टी मेयर सुनीता यादव ने छोटे अस्पतालों को भी पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सप्लाई करवाने की गुजारिश की। पार्षद धर्मबीर यादव ने वैक्सीनेशन और कोरोना जांच शिविर की तर्ज पर ऑक्सीजन आपूर्ति भी वार्ड स्तर पर करवाने की सलाह दी।