अम्बाला शहर, 11 जनवरी (हप्र)
हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज द्वारा अपनी लंबित मांगों को लेकर आहूत हड़ताल जिला अम्बाला में बेअसर रही। सभी डॉक्टरों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई और ओपीडी सेवाएं लगभग सामान्य रहीं। हालांकि डॉक्टरों ने मंगलवार को अपना रोष जाहिर किया। डॉक्टरों का कहना है यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो 14 जनवरी को वे ओपीडी और इमरजेंसी सेवाएं बंद रखेंगे। इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने सभी सेवाएं सुचारू होने का दावा किया है।
आज जब अम्बाला शहर के सिविल अस्पताल का जायजा लिया गया तो डॉक्टरों की हड़ताल का सिविल अस्पताल में बिल्कुल भी असर देखने को नहीं मिला। नागरिक अस्पताल में सभी ओपीडी सुचारू रूप से चलती नजर आईं। उधर, एसोसिएशन के जिला प्रधान डॉ. मुकेश कंडारा ने बताया कि प्रदेश इकाई के आह्वान पर आज जिला के सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर हैं। उनका कहना है यदि प्रदेश सरकार ने त्वरित कोई निर्णय नहीं लिया तो डॉक्टर 14 जनवरी को ओपीडी के साथ साथ इमरजेंसी सेवाएं भी बंद कर देंगे। जिला प्रधान ने माना कि कोरोना संक्रमण के कारण ड्यूटी भी जरूरी है लेकिन उनकी मांगें भी महत्वपूर्ण हैं। हड़ताल के दृष्टिगत आज अम्बाला के सिविल सर्जन डॉक्टर कुलदीप सिंह ने सिटी सिविल अस्पताल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया।
ओपीडी बंद रखने से परेशान हुए मरीज
पंचकूला (ट्रिन्यू): लंबित मांगों को लेकर हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के आह्वान पर मंगलवार को डाक्टरों ने ओपीडी बंद कर दी जिसके कारण मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। सरकार की ओर एस्मा लगाने के बाद खींचतान बढ़ने की संभावना है।
एसोसिएशन की मांग है कि डॉक्टरों को तीन की बजास चार एसीपी मिलें। साथ ही विशेषज्ञ कॉडर बनाया जाए। इसके अलावा, विभाग द्वारा एसएमओ की सीधी भर्ती पर रोक लगाई जाए और केवल प्रमोशन के आधार पर इन पदों को भरा जाए।
पूरे जिले में सभी ओपीडी सुचारू रूप से चली। कोरोना पीड़ित अथवा पहले से अवकाश प्राप्त डॉक्टरों को छोड़ सभी ने अपनी हाजिरी दर्ज करवाई है।
-डॉक्टर कुलदीप सिंह, सिविल सर्जन, अम्बाला शहर