रोहतक, 8 फरवरी (हप्र)
महम नगरपालिका में ठेकेदार के माध्यम से कार्यरत 36 कच्चे सफाई कर्मचारियों को हटाने व दो महीने से रोकी गई सेलरी की समस्या का समाधान सोमवार को भी नहीं हो सका। ऐसे में सफाई कर्मचारी पहले की भांति नगरपालिका कार्यालय के गेट पर धरना देकर बैठे रहे। धरना दे रहे कच्चे कर्मचारियों के समर्थन में अब नगरपालिका में लगे 17 पक्के कर्मचारी भी आ गए हैं।
पक्के कर्मचारियों के प्रधान बंसीलाल ने कहा कि मंगलवार से नियमित सफाई कर्मचारी शहर में सफाई नहीं करेंगे। वे कच्चे कर्मचारियों के साथ धरने पर बैठेंगे। कर्मचारियों ने बताया कि पिछले तीन साल के दौरान ठेकेदार ने नगरपालिका के अधिकारियों के साथ मिलकर लाखों का घोटाला किया है।
सर्व कर्मचारी संघ के राज्य सचिव बिजेंद्र सिंह बैनीवाल, नगरपालिका कर्मचारी संघ के ईकाई प्रधान संजय बिड़लान, श्रवण ए सकसं के ब्लाक प्रधान राय सिंह नेहरा, नगरपालिका कर्मचारी यूनियन महम के ब्लाक प्रधान बंशीलाल, ने नगर निकाय विभाग व जिला प्रशासन से मांग की है कि सभी कर्मचारियों का पिछले तीन सालों का डीसी रेट के आधार पर वेतन, ई एस आई व ईपीएफ का बकाया दिया जाए। दोषी ठेकेदार और नगरपालिका के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ जांच करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाए। नये अनुबंध के अन्तर्गत पहले से कार्यरत सभी 36 सफाई कर्मचारियों को डीसी रेट के आधार पर वेतन देते हुए नौकरी पर रखा जाए। धरने में सकसं के जिला सचिव जयकंवार दहिया, रोड़वेज यूनियन से सुमेर सिवाच, स्वास्थ्य विभाग से सुनील अहलावत, बिजली विभाग से विजयपाल, नीलमएउषा व सह सचिव मुकेश, अग्निशमन कर्मचारी यूनियन से मंजीत, संदीप, सत्यवान, नसीब, नरेंद्र आदि कर्मचारी उपस्थित रहे।
नगरपालिका अध्यक्ष बोले
महम नगरपालिका अध्यक्ष फतेह सिंह ने बताया कि 1 फरवरी से सफाई का नया टेंडर हुआ है। इसके तहत केवल 20 सफाई कर्मचारी रखे जा सकते हैं। सभी 36 नहीं रखे जा सकते। वे उच्च अधिकारियों से पत्र व्यवहार कर कोई उचित व्यवस्था करने की गुहार लगाएंगे।