बल्लभगढ़, 9 अप्रैल (निस)
अनाज मंडियों में फसल खरीद के दौरान किसानों को रही परेशानी के मद्देनजर शुक्रवार को पृथला विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता पं. टेकचंद शर्मा ने मोहना अनाज मंडी का औचक दौरा कर किसानों की परेशानियों को जाना। इस दौरान उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा फसल लेकर आने वाले किसानों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली। दौरे के दौरान किसान व आढ़ती दोनों ही मंडी में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर काफी नाराज नजर आए। उन्होंने पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा को बताया कि हरियाणा भंडारण निगम द्वारा सप्ताह में 3 दिन ही फसल की खरीद होती है, जबकि बारदाना न होने के कारण भंडारण विभाग ने खरीद से इनकार कर दिया है इसलिए मंडियों में उठान नहीं हो पा रहा है। किसानों व आढ़तियों की परेशानी सुनने के बाद पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा ने मौके पर हरियाणा वेयरहाऊस के डीएम मनोज पाराशर से फोन पर बात की और उन्हें किसानों की समस्याओं से अवगत करवाया।
जुलाना की अनाजमंडी में कार्य शुरू
जींद (हप्र) : आढ़तियों की हड़ताल के बाद जुलाना की अनाज मंडी में शुक्रवार को खरीद का कार्य शुरू हो गया। मंडी में दोपहर बाद आढ़तियों ने फैसला लिया कि हड़ताल को खत्म कर गेहूं की खरीद की जाए। हड़ताल खत्म होने के बाद लगभग 2500 क्िवंटल गेहूं की खरीद की गई। 3 दिन से लगातार मंडी में गेहूं की आवक तेजी से हो रही है।
खेमका ने किया अनाज मंडियों का दौरा
नूंह/मेवात (निस) : प्रिंसिपल सेक्रेटरी हरियाणा अशोक खेमका ने शुक्रवार दोपहर को जिला मुख्यालय नूंह व तावडू की अनाज मंडियों का दौरा कर गेहूं की सरकारी खरीद व अन्य जिन्सों की जानकारी ली। इस दौरान मंडियों में गेहूं के लगे ढेरों की साफ सफाई और गुणवत्ता का भी जायजा लिया।
एसोसिएशन ने बंद कराई गेहूं की खरीद
गोहाना (निस) : गोहाना की नयी अनाजमंडी में शुक्रवार को गेहूं की बंद चल रही खरीद को आढ़तियों ने अपने स्तर पर प्रारम्भ कर दी लेकिन एसोसिएशन के संज्ञान में आने के बाद उसने खरीद को दोबारा से बंद करवा दिया। आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. प्रदीप कुमार ने कहा कि जब तक मांगें नहीं मान ली जाएंगी, तब तक आढ़ती खरीद नहीं करेंगे। हर में जींद रोड स्थित नयी अनाजमंडी में दुकानों के बाहर गेहूं पड़ा होने से नुकसान की आशंका जता रहे आढ़तियों ने शुक्रवार को खरीद शुरू कराई। एकाएक हैफेड ने करीब 4100 क्विंटल गेहूं खरीद लिया। इसकी जानकारी मिलते ही आढ़ती एसोसिएशन ने खरीद को रुकवाया और आढ़तियों की बैठक बुलाई।