दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 6 अक्तूबर
अंडमान-निकोबर में फोरेस्ट एरिया को डी-नोटिफाई करने का केंद्र सरकार का फैसला हरियाणा को रास आ गया है। इसकी एवज में हरियाणा सरकार केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के सहयोग ने गुरुगाम व नूंह जिला की 10 हजार एकड़ भूमि में दुबई के शारजाह की तर्ज पर जंगल सफारी पार्क का निर्माण करेगी। अरावली पर्वत शृंखला से सटी गुरुग्राम की लगभग छह हजार और नूंह की चार हजार एकड़ भूमि को फोरेस्ट एरिया नोटिफाई किया जा चुका है।
दरअसल, अंडमान में 95 प्रतिशत फोरेस्ट एरिया है। वहां लगातार बढ़ रही आबादी और लोगों की डिमांड के बाद केंद्र सरकार ने फोरेस्ट के कुछ पार्ट को डि-नोटिफाई किया है, लेकिन इसकी एवज में किसी अन्य जगह पर फोरेस्ट एरिया विकसित करने की शर्त थी। हरियाणा ने केंद्र की शर्तों को पूरा करने का निर्णय लिया। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव मूल रूप से हरियाणा के गुरुग्राम जिले के रहने वाले हैं।
माना जा रहा है कि इसका भी लाभ प्रदेश को मिला और जंगल सफारी जैसा बड़ा प्रोजेक्ट राज्य के हिस्से में आया। सीएम मनोहर लाल खट्टर पिछले सप्ताह अपने दुबई दौरे के दौरान शारजाह में जंगल सफारी पार्क ही विजिट करने पहुंचे थे। अहम बात यह है कि भूपेंद्र यादव भी केंद्र की ओर से यह पार्क देखने पहुंचे हुए थे। केंद्र व राज्य सरकार मिलकर इस प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाएंगे।
इतना ही नहीं, तीसरी पार्टी के रूप में प्राइवेट प्लेयर के लिए भी ऑप्शन खुले रखे गए हैं। सीएम मनोहर लाल खट्टर की मानें तो हरियाणा में बनने वाला सफारी पार्क दुनिया का सबसे बड़ा जंगल सफारी पार्क होगा। दुबई का सफारी पार्क 2000 एकड़ का है। जंगल सफारी पार्क में अलग-अलग जानवरों व पशुओं के अलावा पर्यटकों के लिए कुल 10 जोन बनेंगे। शेर के लिए चार जोन होंगे।
चिड़ियाघर अथॉरिटी कर रही सहयोग
हरियाणा के इस प्रोजेक्ट के लिए नई केंद्रीय चिड़ियाघर अथॉरिटी की मदद ली जा रही है। गुरुग्राम व नूंह की जिस जमीन को सरकार ने चयनित किया है, उसका सर्वे भी अथॉरिटी कर चुकी है। अथॉरिटी में कई लेक भी होंगी ताकि हर वर्ष विदेशों से आने वाले पक्षियों को यहां आकर्षित किया जा सके। हर साल विदेशों से पक्षियों की 180 प्रजातियां हरियाणा आती हैं। सांपों व पानी में रेंगने वाले पशुओं की 29 प्रजातियों को चिह्नित किया है। वर्तमान में अरावली हिल्स में तितलियों की 57 प्रजातियां उपलब्ध हैं।
एयरपोर्ट का मिलेगा लाभ
प्रदेश की इस जंगल सफारी पार्क को नयी दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से नजदीकी का लाभ भी मिलेगा। द्वारका एक्सप्रेस-वे भी इस प्रोजेक्ट तक पर्यटकों को बिना रुकावट के पहुंचाने में कारगर सिद्ध होगा। इतना ही नहीं, सरकार ने तय किया है कि जंगल सफारी पार्क के नजदीक लगने वाले गांवों में स्टे होम पॉलिसी को मंजूरी दी जाएगी ताकि यहां आने वाले पर्यटक स्थानीय रहन-सहन, खान-पान और कल्चर से भी रूबरू हो सकें।