इन्द्री, 15 मई (निस)
भीषण गर्मी में मुख्य मार्गों के किनारे आग लगने की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही, जिससे रोजाना उमरी-कुरुक्षेत्र मार्ग, ब्याना-मुरादगढ़ मार्ग, पश्चिमी यमुना नहर के किनारे जंगल में हजारों पेड़-पौधे जल कर नष्ट हो रहे हैं।
हरियाली युवा संगठन व पर्यावरणप्रेमियों ने गर्मी के मौसम में सड़क किनारे लगे पेड़ों के सरंक्षण के लिए सरकार व प्रशासन से ठोस कदम उठाने की गुहार लगाई है। रविवार को भी कुरुक्षेत्र-उमरी मार्ग पर सिरसा ब्रांच नहर के किनारे एवं पश्चिमी यमुना नहर की पटरी पर सूखी घास व पेड़ों में अचानक आग लग गई, जिससे महत्वपूूर्ण वनस्पति व पेड़-पौधों को काफी नुकसान उठाना पड़ा। पर्यावरण प्रेमियों ने फायरकर्मियों को इसकी सूचना दी, जिसके बाद फायरकर्मी अर्जुन, सतपाल, विनोद, सुनील व फकीरचन्द की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया।
आग लगने की घटनाओं से सडक़ पर धूआं फैल जाता है। कई बार तो धूएं में रास्ता भी दिखाई नहीं देता और दुर्घटना होने का खतरा रहता है।
पर्यावरण प्रेमी सूरजभान का कहना है कि जंगल में आग लगने से अनेक महत्वपूर्ण छोटे पौधे व वनस्पतियां नष्ट हो जाती हैं। मुख्य मार्गों पर आग लगने से आग की लपटों से उठने वाले धूएं से राहगीरों व वाहनचालकों को भी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है।