हिसार (हप्र) : ओलावृष्टि, सफेद मक्खी, जलभराव से बर्बाद 20 हजार एकड़ की स्पेशल गिरदावरी करवाने, अंधड़ से बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा, तीन काले कानून रद्द करवाने समेत कई मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय पर चल रहा किसानों व मजदूरों का बेमियादी धरना आज 113वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता कृष्ण कुमार गावड़ प्रधान व जयलाल गोरछी ने की। संचालन जिला प्रेस सचिव सूबे सिंह बूरा ने किया। संयुक्त किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष शमशेर सिंह नम्बरदार ने कहा कि उपरोक्त मांगों को लेकर 24 अगस्त को लघु सचिवालय पर विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा। धरने को कृष्ण कुमार सांवत, बारुराम मुकलान, नरेंद्र मलिक, बलराज, ऋषिराज राजली, अमित दिनोदिया आदि ने संबोधित किया।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।