रोहतक, 24 जुलाई (निस)
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसान नहीं बल्कि कंपनियों के हित में है। यही वजह है कि किसान मुआवजे के लिए दर-दर भटकते रहे और कंपनियों ने सिर्फ 5 साल में 40 हजार करोड़ का मोटा मुनाफा कमा लिया। कंपनियों को और फायदा पहुंचाने के लिए सरकार ने धान, कपास, बाजरा, मक्का फसल के बीमे के प्रीमियम में फिर बढ़ोतरी कर दी है। कांग्रेस इसका कड़ा विरोध करती है। हुड्डा ने कहा कि उनके नेतृत्व में गठित कमेटी ने फसल बीमा सरकारी कंपनियों के हवाले करने की सिफारिश की थी। इतना ही नहीं किसानों को नुकसान के मुताबिक पूरा मुआवजा देने की भी मांग उठाई गई थी। पूर्व सीएम यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
पूर्व सीएम ने खेल नीति में सरकार की ओर से किए गए बदलाव का विरोध किया। उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार के दौरान सिर्फ कर्ज, बेरोजगारी, महंगाई और लूट में बढ़ोतरी हो रही है। इसके अलावा विकास के तमाम पैमानों पर हरियाणा पिछड़ रहा है। यही वजह है कि आज प्रदेश पर कर्ज बढ़कर 3 लाख 24 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। लेकिन प्रदेश के आधारभूत ढांचे में दूर-दूर तक कोई सुधार नजर नहीं आता। सुधार करने की बजाय मौजूदा सरकार ने कांग्रेस सरकार में लागू की गई प्रदेश की खेल व शिक्षा नीति का बंटाधार कर दिया। चिराग योजना के जरिए सरकारी स्कूलों की बजाय निजी शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था इतनी चौपट हो चुकी है कि आज न कानून बनाने वाले विधायक सुरक्षित हैं, न कानूनों को लागू करने वाली पुलिस और न ही आम जनता।
‘नीरज ने किया गांव, प्रदेश और देश का नाम रोशन’
हुड्डा ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने पर नीरज चोपड़ा को हार्दिक बधाई दी, उन्होंने कहा कि ओलंपिक से लेकर अबतक हर प्रतियोगिता में नीरज चोपड़ा ने अपने गांव, प्रदेश व देश का नाम रोशन किया है। वहीं हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा बनाई गई ‘पदक लाओ, पद पाओ’ नीति के तहत पदक विजेता खिलाड़ियों को सीधे डीएसपी या अन्य उच्च पदों पर नियुक्त किया जाता था। लेकिन मौजूदा सरकार ने खिलाड़ियों से यह अधिकार छीन लिया। कांग्रेस की खेल नीति में बदलाव करते हुए सरकार ने खिलाड़ियों की नियुक्ति को ग्रुप सी और डी तक सीमित कर दिया है। यह खिलाड़ियों के सम्मान से बड़ा खिलवाड़ है।