गोहाना, 8 अप्रैल (निस)
जींद रोड स्थित नई अनाज मंडी में किसान उस समय भड़क गए, जब घंटों लाइन में खड़े रहने के बाद भी उनका गेट पास नहीं कटा। किसानों ने मार्किट कमेटी कार्यालय में पहुंचकर हंगामा किया। हंगामे की सूचना पर पहुंची थाना शहर पुलिस की टीम ने किसानों को शांत कराया।
अनाज मंडी में गेहूं की आवक लगातार बढ़ती जा रही है। गेहूं अनाज मंडी में लाने के लिए किसानों को पहले गेट पास कटवाना पड़ता है। इसके लिए मार्किट कमेटी की ओर से गेट नंबर 1 और 3 पर व्यवस्था की गई है। यहां चार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। गेट पास कटवाने के लिए सुबह सात बजे से ही किसानों की लंबी लाइन लगनी शुरू हो गई थी। इसके बाद सुबह करीब साढ़े 10 बजे बाद तक गेट पास के लिए नंबर न आने पर किसान भड़क उठे।
किसानों ने कर्मचारियों पर जान-पहचान वालों के पहले गेट पास काटने का आरोप लगाया। इसके साथ ही उत्पादन अनुसार गेट पास भी न काटने की बात कही। इसके बाद किसान मार्किट कमेटी कार्यालय पहुंचे और वहां शासन व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। किसानों ने अधिकारियों से बेहतर व्यवस्था करने की मांग की।
इसकी सूचना के बाद पहले थाना शहर पुलिस की टीम और फिर तहसीलदार अनाज मंडी में पहुंचे। वहां तहसीलदार ने किसानों की समस्या सुनने के बाद अधिकारी-कर्मचारियों को फटकार लगाई। इसके साथ ही बेहतर व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
डीएपी के रेट और बिजली सिक्योरिटी राशि बढ़ाने पर रोष
बाढड़ा (निस) : बिजली सिक्योरिटी राशि व डीएपी खाद के दाम में की गई अप्रत्याशित वृद्धि को वापस लेने तथा 10 अप्रैल को केएमपी जाम करने में ज्यादा से ज्यादा भागीदारी पर विचार विमर्श करने के लिए भाकियू ने सर छोटूराम किसान भवन में एक बैठक की। बैठक को संबोधित करते हुए महासचिव हरपाल भांडवा ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार प्रतिदिन ग्रामीण व किसान विरोधी निर्णय ले रही है जो न्यायसंगत नहीं है। बिजली विभाग ने सिक्योरिटी राशि में अचानक वृद्धि कर दी वहीं डीएपी के भावों में 800 सौ से 900 रुपये की वृद्धि की जा रही है जबकी रबी सीजन की फसलों का नाममात्र यानि लागत मूल्य भी नहीं मिल रहा है। लगातार बढ रही तेल मूल्यवृद्धि, कृषि उपकरणों के भावों में बढोतरी के कारण किसानों की माली हालत सबसे बुरे दौर है। किसान विरोधी फैसलों के विरोध में दस अप्रैल को केएमपी को जाम किया जाएगा।