हिसार, 29 अप्रैल (हप्र)
खरीफ 2020 प्रधानमंत्री फसल योजना में बीमा कम्पनी द्वारा किसानों से धोखाधड़ी करके रुपये हड़पने, बीमा कम्पनी एवं बैंकों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने, सरकारी गिरदावरी अनुसार किसानों को मुआवजा देने, गेहूं की पूरी खरीद, उठान तथा भुगतान, नहरों में पानी छोड़ना, पीने का पानी व पशुओं के लिये जोहड़ों में पानी भरने की मांग को लेकर जिला किसान सभा का उपायुक्त कार्यालय पर शुरू हुआ अनिश्चितकालीन धरना आज तीसरे दिन में प्रवेश कर गया।
जिला सचिव सतबीर ने कहा कि बिजली निगम के कर्मचारी कई गांवों में किसानों के घरों व ट्यूबवैल के बिजली कनेक्शन काट रहे हैं। बिजली निगम की कोई भी टीम अगर किसानों के कनेक्शन काटने का काम करेगी तो किसान उस टीम को गांव में बंधक बनाएगी। कर्मचारियों के साथ किसी प्रकार का दुर्व्यवहार नहीं किया जाएगा, किंतु कर्मचरियों को तब छोड़ा जाएगा, जब बिजली निगम के उच्च अधिकारी भविष्य में कनेक्शन न काटने का आश्वासन देंगे।
जन संगठनों का मिला समर्थन
किसान सभा के प्रेस सचिव सूबे सिंह बूरा ने बताया कि किसान नेता रतन सिंह मात्रश्याम की अध्यक्षता में किसानों ने आज धरना दिया। मंच संचालन जिला सचिव सतबीर धायल ने किया। उन्होंने बताया कि धरने को जन संगठनों का भारी जन समर्थन मिल रहा है। गांव चिड़ौद, रावतखेड़ा, नंगथला, रावलवास, सरसाना, जाखोद, काजला, मात्रश्याम आदि गांवों के सैंकड़ों लोगों ने धरने का समर्थन किया।
तीन महीने से नहीं हुआ दूध का भुगतान
जिला प्रधान शमशेर सिंह नम्बरदार ने कहा कि किसानों को तीन महीनों से सहकारी दूध समितियों द्वारा किसानों के दूध के पैसों का भुगतान नहीं हो रहा। इसका तुरंत भुगतान किया जाये। धरने को राजीव मलिक, खजानी देवी लाडवा, ऊषा रानी, रोशनी, सुनील कुमार, पृथ्वी गोरखपुरिया, साधुराम, संतलाल, रामफल, विरेन्द्र सिंह बागौरिया आदि ने संबोधित किया।