गोहाना, 11 अप्रैल (निस)
तीन नए कृषि कानूनों को निरस्त करवाने के लिए सिंघु बॉर्डर पर चल रहे धरने पर रविवार को गोहाना क्षेत्र के एक और किसान राजेन्द्र पन्नू (64) की मौत हो गई। उनके पैतृक गांव बिचपड़ी में उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार कर दिया गया। राजेन्द्र पन्नू अविवाहित थे। उनके छोटे भाई पप्पू की पत्नी इस समय बिचपड़ी गांव की सरपंच है। राजेन्द्र पन्नू के ताऊ के बेटे रघुबीर सिंह पन्नू का 30 मार्च को स्वर्गवास हो गया था। तब वह गांव में सिंघु बॉर्डर से वापस लौटे थे। उससे पहले वह 4 महीने से सिंघु बॉर्डर पर ही थे। राजेन्द्र पन्नू शनिवार को सिंघु बॉर्डर के धरने पर वापस गए थे। वहां रात के समय उनके सीने में तेज दर्द उठा और उन्हें बचाया नहीं जा सका। गांव में हुए अंतिम संस्कार में गोहाना जाट महासभा के अध्यक्ष बलवान सिंह पन्नू भी पहुंचे। विधायक जगबीर सिंह मलिक और बरोदा हलके के विधायक इंदुराज नरवाल ने भी राजेन्द्र पन्नू के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की।