राजेश शर्मा/हप्र
फरीदाबाद, 6 दिसंबर
फरीदाबाद से दिल्ली की ओर कूच करने निकले किसान रविवार को अजरौंदा से रवाना हुए। इस दौरान किसानों को बड़खल पर पुलिस बल ने रोक दिया। करीब 6 किसानों ने पुलिस के बैरीकेड्स हटा दिए। स्थिति गंभीर होती देख पुलिस ने और कर्मचारियों को बुलाकर उन्हें बस में बिठाया और थाने ले जाने लगी परंतु बुजुर्ग किसानों के आह्वान पर पुलिस ने उक्त प्रदर्शनकारियों को छोड़ दिया। उसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों को देव समाज साधन आश्रम मथुरा रोड, बड़खल चौक पर रुकवा दिया। अब किसान रात्रि को यहीं ठहराव करेंगे।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजय प्रताप ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा किसानों पर थोपे गए तीनों कृषि विधेयक किसानों के खिलाफ हैं, इससे किसानों को कोई लाभ नहीं होने वाला बल्कि इससे किसानों की आर्थिक स्थिति और खराब होगी। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि किसानों के इस आंदोलन में कांग्रेस पार्टी और वह स्वयं पूरी तरह से उनके साथ हैं और 8 दिसंबर के भारत बंद को सफल बनाने के लिए कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर सरकार को तीनों कृषि विधेयकों को वापस लेने के लिए मजबूर करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे।
भारत बंद के आह्वान का समर्थन
आज तिगांव विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व विधायक ललित नागर ने भी अजरौंदा पर प्रदर्शनकारी किसानों को पार्टी की ओर से समर्थन देते हुए उनकी सभी मांगों को जायज बताया और 8 दिसंबर को किसानों के भारत बंद के आह्वान का समर्थन किया। इस अवसर पर बड़खल विधानसभा क्षेत्र के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी विजय प्रताप, प्रगतिशील किसान मंच के अध्यक्ष सत्यवीर डागर, कांग्रेस ओबीसी सैल के प्रदेश चेयरमैन ललित भड़ाना, पूर्व पार्षद जगन डागर, किसान संघर्ष समिति के कुंवर नरबीर तेवतिया, सतपाल नरवत मुख्य रूप से मौजूद थे। ललित नागर ने कहा कि पिछले 11 दिनोंं से देश का अन्नदाता किसान अपना घर-परिवार छोड़कर कडकड़ाती सर्दी में खुले आसमान के नीचे अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठा है, लेकिन किसान की आय को दोगुना करने का दम भरने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी तरह से मौन धारण किए हुए हैं।