जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 3 मार्च
आगामी रबी गेहूं सीजन में हरियाणा से बाहर के किसान भी प्रदेश की मंडियों में उपनी उपज बेच सकेंगे लेकिन ऐसे किसानों को प्रदेश के ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल’ पर पंजीकृत करना होगा। इस बार हरियाणा की मंडियों में फसल केवल पोर्टल पर पंजीकृत किसानों की ही बिकेगी, भले ही वे हरियाणा के ही क्यों न हों। यह पहला मौका है जब प्रदेश सरकार ने फसल आने से पहले बाहरी किसानों को अपने आढ़तियों के माध्यम से मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर पंजीकरण का मौका दिया है। जानकारी के अनुसार इस संबंध में हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड ने जनवरी के अंत में सभी संबंधित अधिकारियों को पत्र लिख कर सीमांत मंडियों में अपनी उपज लाने वाले किसानों का विवरण संबंधित आढ़तियों से लेकर पोर्टल पर पंजीकृत करवाने के निर्देश दे दिए थे जिसके तहत 5 मार्च तक पंजीकरण करवाया जा सकेगा। पहले चरण में आढ़ती पोर्टल पर बाहरी राज्य के किसानों का विवरण दर्ज करेंगे। दूसरे चरण में 5 मार्च तक संबंधित किसानों को पोर्टल पर संबंधित जानकारी विवरण भरने की आवश्यकता होगी और वे स्वयं पोर्टल पर राजस्व रिकॉर्ड की प्रतिलिपि संलग्न, अपलोड करेंगे।
आढ़ती एसोसिएशन के जिला प्रधान दूनी चंद दानीपुर ने बताया कि अम्बाला शहर की मंडी में 60 प्रतिशत उपज पंजाब क्षेत्र से आती है, सीजन से पहले पोर्टल खुलने से समस्याओं का अंत तो होगा लेकिन सरकार तिथि अनुसार शेड्यूल जारी करेगी जो आढ़ती और किसान के हित में नहीं है।
मंडी में फसल कब लानी है इसे किसान और आढ़ती के स्तर पर छोड़ दिया जाना चाहिए।